अपनी पांच दिवसीय चीन यात्रा से लौटने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने शनिवार को कहा कि किसी भी देश को द्वीप राष्ट्र को “धमकाने” का अधिकार नहीं है। उनका यह बयान मालदीव के राजनेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद भारत और मालदीव के बीच राजनयिक विवाद के बीच आया है। मुइज्जू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि हम छोटे हो सकते हैं, लेकिन इससे आपको हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता। कई भारतीयों ने एक पर्यटन स्थल के रूप में मालदीव का बहिष्कार करने का आह्वान किया है और यहां तक कि मालदीव के मंत्रियों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के प्रतिशोध में द्वीप राष्ट्र में अपनी नियोजित छुट्टियां भी रद्द कर दी हैं। ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip ने भी विवाद के बीच मालदीव के लिए उड़ानें निलंबित कर दीं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप की यात्रा और मालदीव के मंत्रियों की विवादित टिप्पणियों के अरब सागर में स्थित 36 द्वीपों वाला ये केंद्र शासित प्रदेश दुनियाभर में सुर्खियों में आ गया है। लक्षद्वीप में पर्यटन विकास के लिए नई योजनाओं पर काम शुरू भी हो गया है। सरकार का सबसे ज्यादा जोर टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर पर है। इसके लिए सरकार ने प्लान भी तैयार किया है। इसके तहत अगले पांच साल में लक्षद्वीप में टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए 6 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है।