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केरल: विजयन की बेटी के स्वामित्व वाली कंपनी की जांच ने आम चुनावों से पहले माकपा की बढ़ाई चिंता

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की बेटी टी. वीणा के स्वामित्व वाली आईटी कंपनी के खिलाफ केंद्र द्वारा दिये गए जांच के आदेश ने लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए तैयारी कर रही एवं राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की चिंता बढ़ा दी है।
कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने एक निजी खनिज कंपनी और वीणा की आईटी कंपनी के बीच वित्तीय लेन-देन की शिकायतों की जांच का आदेश दिया था, जिसने हाल में दक्षिणी राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया था।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के महानिदेशक कार्यालय के एक संयुक्त निदेशक ने जांच का आदेश दिया है। यह कार्यालय कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के तहत आता है।
संयुक्त निदेशक मोहम्मद शकील ने भेजे गए संदेशों का, या फोन करने पर कोई जवाब नहीं दिया।

इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने इस विषय पर माकपा के राज्य नेतृत्व से स्पष्टीकरण मांगा है।
हालांकि, खनिज कंपनी और वीणा की आईटी कंपनी के बीच हुए वित्तीय लेन-देन का बचाव करते हुए कुछ महीने पहले एक प्रेस बयान जारी कर चुके माकपा राज्य सचिवालय का केंद्रीय जांच पर प्रतिक्रिया आना अभी बाकी है।
वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के संयोजक ई पी जयराजन ने कहा कि वह घटनाक्रम से अनभिज्ञ हैं, वहीं मंत्री पी राजीव और पी ए मोहम्मद रियास ने संवाददताओं के सवालों पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री और वीणा के पति रियास ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इन आरोपों में नया कुछ भी नहीं है। देखिये क्या होता है।’’

प्रतिक्रिया के लिए कहे जाने पर जयराजन ने कहा कि केंद्र राजनीतिक लाभ और हित के लिए एजेंसियों का उपयोग कर रहा है और ‘‘इस बारे में हमारे पास कई उदाहरण हैं।’’
यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ है, जब वाम दल आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कई चुनाव प्रचार कार्यक्रमों की योजना बना रहा है।
कंपनी से जुड़े मुद्दे को लेकर पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और उनकी बेटी के खिलाफ आरोप लगा रहे कांग्रेस विधायक मैथ्यू कुझालनदान ने शनिवार को कहा कि जब उन्होंने वीणा की आईटी कंपनी के खिलाफ आरोप लगाये थे, तब माकपा राज्य सचिवालय ने उनका बचाव करते हुए एक प्रेस बयान जारी किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रेस बयान में, उन्होंने आधिकारिक तौर पर वीणा का बचाव करते हुए कहा था कि यह दो कंपनियों के बीच एक पारदर्शी सौदा था और उनके लेन-देन में कुछ भी संदिग्ध नहीं है।’’

कुझालनदान ने कहा, ‘‘इसलिए, मैं वर्तमान संदर्भ में इस मामले पर माकपा राज्य सचिवालय की प्रतिक्रिया जानना चाहूंगा।’’
कांग्रेस विधायक ने यह भी जानना चाहा कि क्या पीडब्ल्यूडी मंत्री और वीणा के पति रियास केंद्र की जांच को एक स्वाभाविक प्रक्रिया के रूप में देखते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के उद्योग मंत्री पी राजीव की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह जनता को बताएं कि किस परिस्थिति में उनके विभाग के तहत राज्य संचालित केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (केएसआईडीसी) को इस मुद्दे पर केंद्र द्वारा नोटिस जारी किया गया।

केरल में, हाल में कोच्चि स्थित निजी खनिज कंपनी और मुख्यमंत्री विजयन की बेटी वीणा एवं उनकी आईटी फर्म के बीच कुछ वित्तीय लेन-देन को लेकर यह विवाद पैदा हुआ है।
इस बीच, कोच्चि में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि कंपनी रजिस्ट्रार ने मुख्यमंत्री की बेटी की कंपनी में गंभीर अनियमितताएं पाई हैं। यह मामला उस वक्त सामने आया, जब एक मलयालम दैनिक की खबर में कहा गया कि कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल लिमिटेड ने 2017 और 2020 के बीच मुख्यमंत्री की बेटी को 1.72 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।

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