भारत सरकार और बीसीसीआई के हस्तक्षेप के कारण युवा लेग स्पिनर रेहान अहमद का वीजा मुद्दा कम समय में सुलझ गया जिस पर इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने बुधवार को राहत की सांस ली।
पाकिस्तानी मूल के स्पिनर अहमद के पास राजकोट आगमन पर एकल-प्रवेश वीजा था। वह हालांकि भारत के खिलाफ तीसरा टेस्ट शुरू होने से एक दिन पहले अपनी कागजी कार्रवाई पूरी करने में सक्षम रहे।
कप्तान बेन स्टोक्स ने तीसरे टेस्ट मैच से पहले कहा कि, किसी भी व्यक्ति के लिए वीजा का इंतजार करना हमेशा तनाव वाला समय होता है लेकिन शुक्र है कि हमने इसे आज सुबह पूरा कर लिया। एयरपोर्ट पर उसे शुरुआत में वीजा (दो दिनों का) देकर वहां के लोगों ने बहुत अच्छा काम किया। अब बीसीसीआई और सरकार के सहयोग से उसे वीजा मिल गया।
इंग्लैंड के कप्तान ने कहा कि, हमें अब उन मुद्दों के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, हमें पूरा विश्वास था कि मैच शुरू होने से पहले हमें रेहान के लिए वीजा मिल जाएगा। इस सीरीज की शुरुआत से पहले टीम के ऑफ स्पिनर शोएब बशीर को भी वीजा समस्या का सामना करना पड़ा था और वह पहले टेस्ट के तीसरे दिन हैदराबाद पहुंचे थे।
स्टोक्स ने स्थिति को अच्छी तरह से संभालने के लिए रेहान की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने इस बारे में कभी नहीं सोचा कि वह इस सप्ताह नहीं खेलेंगे। युवा खिलाड़ियों में सबसे अच्छी बात यह होती है वह चीजों से सहजता से निपटते हैं।’’
स्टोक्स ने कहा, ‘‘ इस तरह की परिस्थिति में ज्यादातर लोग घबरा जाते लेकिन कम उम्र का होने के बाद भी वह इससे बेहतर तरीके से निपटा। उसने अब तक जो टेस्ट मैच खेले हैं उसमें वह अपनी तय भूमिका को निभाने में सफल रहा।