जागरण संवाददाता, बलिया। उत्तर प्रदेश में आरक्षी भर्ती परीक्षा को शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न कराने को लेकर बलिया पुलिस की कार्रवाई जारी है। अब तक टीम ने पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा संबंधी तीन गैंग के 11 गैंग सदस्यों के अलावा तीन फर्जी अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक स्वास्थ्य विभाग में तैनात लैब टेक्नीशियन तथा एक वन विभाग में कार्यरत कांस्टेबल है। पुलिस टीमें लगातार संदिग्धों पर नजर रखी है। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि 17 फरवरी से शुरू पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा को नकल विहिन कराने को लेकर बलिया पुलिस चौकन्ना है। परीक्षा में किसी प्रकार की धांधली रोकने तथा शुचिता बनाये रखने के लिए सर्विलांस, एसओजी, साइबर सेल व अभिसूचना इकाई लगातार सूचना संकलित कर कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में गुरुवार की शाम रसड़ा पुलिस ने सलीम अन्सारी पुत्र नईमुद्दीन अन्सारी (निवासी मकान नं. 227 वार्ड नं. 21 उत्तर पट्टी, थाना रसड़ा, बलिया को गिरफ्तार किया था। इसके पास से पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा से संबंधित अभ्यर्थियों के 16 प्रवेश पत्र, 12 मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र, 04 स्वयं के फर्जी आधार कार्ड, एक मोबाइल स्क्रीन टच आई. फोन 13 एप्पल तथा एक लेखबद्ध डायरी बरामद किया गया था। तीन संदिग्ध अभ्यर्थी गिरफ्तार वहीं, तीन संदिग्ध अभ्यर्थियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया। एसपी ने बताया कि बलिया पुलिस की सक्रिय टीमों ने तीन गैंग के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसमें प्रथम गैंग के सरगना अभय कुमार श्रीवास्तव है, जो यूपी के ही सुल्तानपुर स्वास्थ्य विभाग में बतौर लैब टेक्नीशियन तैनात है। इसके साथ विनीत कुमार राम और रुकुमेश पाल को दबोचा गया है। वहीं, दूसरा गैंग फतेहबहादुर राजभर का है। फतेहबहादुर राजभर मध्यप्रदेश के कटनी में वन विभाग का कांस्टेबल है। इसके साथ अजीत यादव और वरुण कुमार यादव को पकड़ा गया है। जबकि तीसरा गैंग गिरिजाशंकर का है। इसके साथ अमित यादव, विशाल यादव, अंकित यादव व निखिल यादव को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि इनके संपर्क में रहने वाले सभी अभ्यर्थी परीक्षा केंद्रों में विशेष रूप चेक किए जाएंगे। पुलिस की विशेष निगरानी इन पर रहेगी। अग्रिम विवेचना कर ऐसे अभ्यर्थियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।