तुषार देशपांडे (24 रन पर तीन विकेट) और शारदुल ठाकुर (48 रन पर दो विकेट) की शानदार गेंदबाजी के सामने तमिलनाडु की टीम रणजी ट्रॉफी के दूसरे सेमीफाइनल के पहले दिन मुंबई के खिलाफ अपनी पहली पारी में महज 146 रन पर आउट हो गयी।
दिन का खेल खत्म होने तक मुंबई ने दो विकेट पर 45 रन बना लिये।
मुंबई की टीम पहली पारी में अभी तमिलनाडु से 101 रन पीछे है और उसके आठ विकेट बचे हुए है। स्टंप्स के समय मुशीर खान 24 और रात्रि प्रहरी मोहित अवस्थी एक रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।
कुलदीन सेन ने सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव (पांच) को जबकि किशोर ने भूपेन लालवानी (15) को आउट किया।
तमिलनाडु के कप्तान बी साई किशोर का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला उलटा पड़ गया क्योंकि यहां के बीकेसी मैदान में तेज गेंदबाजों को स्विंग जबकि स्पिनरों को टर्न मिल रहा था।
तमिलनाडु ने 17 रन तक चार और 42 रन तक पांच विकेट गंवा दिए थे। अनुभवी विजय शंकर (44) और वाशिंगटन सुंदर (43) ने छठे विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी कर टीम कुछ हद तक राहत दिलायी।
शारदुल ठाकुर ने पारी की चौथी गेंद पर बी साई सुदर्शन को पगबाधा किया। इसके बाद अवस्थी ने तमिलनाडु के लिए इस सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एन जगदीशन (चार) को शॉट लेग पर मुशीर के हाथों कैच कराया।
पहले बदलाव के बाद गेंदबाजी के लिए आये देशपांडे ने प्रदोष रंजन पॉल, आर साई किशोर को आउट कर तमिलनाडु को बैकफुट पर धकेल दिया। टीम का स्कोर अभी 42 रन तक ही पहुंचा था कि बाबा इंद्रजीत ने देशपांडे की गेंद को तनुष कोटियान के हाथों में खेल दिया।
लंच के सत्र से पहले और बाद में शंकर और वाशिंगटन ने डट कर मुंबई के गेंदबाजों का सामना किया। शंकर ने इस दौरान देशपांडे की गेंद पर कुछ शानदार चौके लगाये।
इस साझेदारी को तोड़ने के लिए मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाने ने गेंद एक बार फिर शारदुल को थमाई और इस गेंदबाज ने शंकर की 109 गेंद में आठ चौके की मदद से 44 रन की पारी को खत्म किया। दूसरी स्लिप में शम्स मुलानी ने उनका शानदार कैच लपका।
शंकर के आउट होने के बाद वाशिंगटन से तेजी से रन बनाना शुरू किया। मोहम्मद मोहम्मद (17) ने शारदुल के ओवर में तीन चौके लगाकर उनका कुछ हद तक साथ दिया।
मुशीर ने मोहम्मद को पगबाधा किया जबकि कोटियान ने अजित राम (15) को चलता किया। वाशिंगटन कोटियान का दूसरा शिकार बने।