माढ़ा के भाजपा उम्मीदवार रणजीतसिंह नाइक निंबालकर ने नागपुर में देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर शिकायत की कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन का पालन नहीं किया जा रहा है। साहसी मोहिते पाटिल की भूमिका के कारण माढ़ा में स्थिति बदल गई है। मन खटावटे विधायक जयकुमार गोरे को छोड़कर, मौजूदा सांसदों के पूरे लोकसभा क्षेत्र से अलग-थलग पड़ने की संभावना है। अगर स्थानीय विधायकों का समर्थन नहीं मिला तो यह महागठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा। रणजीतसिंह मोहिते पाटिल ने नागपुर जाकर फडणवीस से मुलाकात की। फडणवीस और निंबालकर के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई। प्रतिष्ठा हासिल करने वाले इस निर्वाचन क्षेत्र में शरद पवार ने सबका ध्यान खींचा है। निम्बालकर ने फडणवीस से शिकायत की कि माधा में युतिधर्म का पालन नहीं किया जा रहा है।
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रणजीत सिंह निंबालकर ने क्या कहा?
देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद रणजीत सिंह निंबालकर ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर हमने राकांपा के खिलाफ एक-दूसरे के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। हम बैठक से बाहर निकलने का रास्ता निकालना चाहते हैं, चूंकि माधा से शरद पवार चुनाव लड़ते हैं, इसलिए एनसीपी के लोग जाहिर तौर पर वहां आक्रामक हैं और इस पर और भी बहुत कुछ है। रणजीतसिंह निंबालकर ने उम्मीद जताई कि एक-दूसरे के खिलाफ पहले के झगड़े एक पल में दूर नहीं होंगे, उन्हें दोनों पार्टियों के नेता अजितदादा और देवेन्द्र फडणवीस कदम-दर-कदम दूर करेंगे।
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उन्होंने कहा कि कोई भी विरोध में खड़ा है, लेकिन यह चुनाव राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी के बीच है। यह चुनाव केवल मध्य प्रदेश तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह देश की नीति और देश की राजनीति का निर्धारण करता है। निंबालकर ने कहा कि यह महायुति का विषय है और इसका विषय महायुति के धर्म का पालन करना है। ऐसी कोई चर्चा नहीं है कि माधा में मदद नहीं है लेकिन बारामती में नहीं। निंबालकर ने कहा कि राहुल कुल और हम बहुत करीबी दोस्त हैं और म्हाद्या में मदद के लिए राकांपा की भूमिका के संबंध में अजितदादा और फड़णवीस के बीच उचित चर्चा हुई है।