Breaking News
-
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और आप के राष्ट्रीय संयोजक और नई दिल्ली विधानसभा…
-
तेज रफ्तार के सामने संजू सैमसन की कमजोरी और रिंकू सिंह का खराब फॉर्म और…
-
पटना । उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलने के बाद कहा…
-
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस पर आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी…
-
राष्ट्रीय राजधानी के वजीराबाद इलाके में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीब…
-
मलाइका अरोड़ा गोवा में कुछ समय बिताने के बाद मुंबई वापस आ गई हैं। आज…
-
सहारनपुर जिले की कोतवाली थाना पुलिस ने एक महिला समेत तीन कथित मादक पदार्थ तस्करों…
-
प्रयागराज महाकुंभ की वायरल सनसनी मोनालिसा, जो अपनी मनमोहक आँखों और सांवले रंग के लिए…
-
बिग बॉस 18 के दूसरे रनर-अप रजत दलाल ने हाल ही में एल्विश यादव के…
-
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नगर निकाय के साइट आवंटन में लगभग 56 करोड़ रुपये की…
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की राजधानी मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई के विरोध में आयोजित हड़ताल के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान नहीं खुले और आम जनजीवन प्रभावित हुआ। इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी देखने को मिली। प्रदर्शनकारियों के पथराव करने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। एक स्थानीय मीडिया की खबर में शनिवार को यह जानकारी दी गई।
‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, ‘जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी’ (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में कामकाज बंद रखने और चक्का जाम से जुड़ी इस हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव करने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे घरों और मस्जिदों में रह रहे लोग भी प्रभावित हुए। पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए।
जेकेजेएसी ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर संभाग के विभिन्न हिस्सों में रातभर की छापेमारी में अपने कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को बंद का आह्वान किया था। जेकेजेएएसी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि राज्य भर के लोग 11 मई को मुजफ्फराबाद की ओर मार्च निकालेंगे। सार्वजनिक कार्रवाई समिति बिजली बिल पर लगाए गए ‘अन्यायपूर्ण’ करों का विरोध करने वाला एक प्रमुख अधिकार आंदोलन है। पिछले साल अगस्त में भी इसी तरह की हड़ताल का आयोजन किया गया था।