राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि विनायक दामोदर सावरकर कोई चुनावी मुद्दा नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां अपनी प्रचार रैली के दौरान उनके बारे में बात करके लोगों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की।
मोदी ने शुक्रवार को यहां अपने भाषण में पवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से यह वादा लेने की चुनौती दी कि वह दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी और हिंदुत्व विचारक की फिर कभी आलोचना नहीं करेंगे।
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के प्रचार के आखिरी दिन कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पवार ने कहा, “सावरकर कोई चुनावी मुद्दा नहीं हैं और राहुल ने (हाल ही में) उनके बारे में कुछ नहीं कहा है। लेकिन मोदी का भाषण विभाजनकारी और भड़काने वाला, ध्रुवीकरण करने वाला था। मैंने ऐसा प्रधानमंत्री कभी नहीं देखा।”
राहुल गांधी ने अक्सर सावरकर पर निशाना साधते हुए दावा किया है कि जब उन्हें अंडमान द्वीप पर कैद किया गया था तो उन्होंने ब्रिटिश शासकों की मदद की और दया याचिकाएं लिखीं।