फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर युद्धग्रस्त गाजा में पूर्व भारतीय सेना अधिकारी कर्नल वैभव अनिल काले की मौत के लिए इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) को जिम्मेदार ठहराया है। 20 मई 2024 को अपने भारतीय समकक्ष को लिखे पत्र में मुस्तफा ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और गाजा में स्थिति की गंभीरता पर जोर दिया। डॉ. मुस्तफा ने लिखा कि मैं इजरायली सेना द्वारा भारतीय अधिकारी श्री वैभव अनिल काले की दुखद हत्या, गाजा में लोगों के खिलाफ इजरायली बलों द्वारा किए गए व्यापक नरसंहार, युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं।
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कर्नल काले (सेवानिवृत्त) संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग (डीएसएस) में कार्यरत थे। 13 मई को गाजा में उनके संयुक्त राष्ट्र-चिह्नित वाहन पर हमले में उनकी मौत हो गई थी। पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में फिलिस्तीनी पीएम ने फिलिस्तीनी मुद्दों के प्रति ऐतिहासिक समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद दिया और हिंसा को रोकने के लिए तत्काल अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डॉ मुस्तफा ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि फिलिस्तीनियों के अधिकारों और सम्मान को बनाए रखने की आपकी प्रतिबद्धता क्षेत्र में न्याय और शांति के लिए हमारे चल रहे संघर्ष में आशा की किरण रही है।
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फिलिस्तीनी प्रधान मंत्री ने भी विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे पत्र में इसी तरह के विचार व्यक्त किए थे। चरमपंथी समूह द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद इज़राइल ने गाजा में हमास आतंकवादियों के खिलाफ अपना घातक अभियान शुरू किया, जिसमें 1,200 से अधिक लोग मारे गए। युद्ध शुरू होने के बाद से 33,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। इससे मानवीय संकट भी पैदा हो गया है और लोगों को भोजन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।