Breaking News
-
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और आप के राष्ट्रीय संयोजक और नई दिल्ली विधानसभा…
-
तेज रफ्तार के सामने संजू सैमसन की कमजोरी और रिंकू सिंह का खराब फॉर्म और…
-
पटना । उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलने के बाद कहा…
-
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस पर आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी…
-
राष्ट्रीय राजधानी के वजीराबाद इलाके में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीब…
-
मलाइका अरोड़ा गोवा में कुछ समय बिताने के बाद मुंबई वापस आ गई हैं। आज…
-
सहारनपुर जिले की कोतवाली थाना पुलिस ने एक महिला समेत तीन कथित मादक पदार्थ तस्करों…
-
प्रयागराज महाकुंभ की वायरल सनसनी मोनालिसा, जो अपनी मनमोहक आँखों और सांवले रंग के लिए…
-
बिग बॉस 18 के दूसरे रनर-अप रजत दलाल ने हाल ही में एल्विश यादव के…
-
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नगर निकाय के साइट आवंटन में लगभग 56 करोड़ रुपये की…
सिंगापुर। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को दावा किया कि चीन अन्य देशों पर आगामी यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल न होने का दबाव बना रहा है। जेलेंस्की ने यूक्रेन में जारी युद्ध को लेकर स्विटजरलैंड द्वारा प्रस्तावित शांति सम्मेलन को बाधित करने में रूस की मदद करने का चीन पर आरोप लगाया। सिंगापुर में शांगरी-ला रक्षा मंच पर संवाददाता सम्मेलन में जेलेंस्की ने कहा कि चीन अन्य देशों पर आगामी यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल न होने का दबाव बना रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘रूस, क्षेत्र में चीनी प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए, शांति शिखर सम्मेलन को बाधित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चीन जैसा शक्तिशाली देश पुतिन (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) के हाथों की कठपुतली है।’’ इससे पहले दिन में एशिया के सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने शीर्ष रक्षा अधिकारियों से आगामी शिखर सम्मेलन में भाग लेने का आग्रह किया और कहा कि वह कुछ देशों द्वारा इसमें शामिल होने के लिए प्रतिबद्धता जताने में विफल रहने से निराश हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम विभिन्न प्रस्तावों और विचारों को सुनने के लिए तैयार हैं, ताकि युद्ध की समाप्ति हो सके और कोई स्थायी समाधान निकाला जा सके।’’ जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने सिंगापुर के प्रधानमंत्री से मुलाकात करने की योजना बनाई है और वह उनसे स्विट्जरलैंड वार्ता में व्यक्तिगत रूप से शामिल होने का आग्रह करेंगे।