Breaking News
-
जहां एक ओर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद चल ही…
-
भारत के पूर्व बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई…
-
नवजात बच्चे अक्सर अपने मुंह में उंगली डाल लेते हैं। उंगलियां मुंह में चूंसना एक…
-
भारतीय क्रिकेट टीम 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का…
-
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से पीओके क्षेत्रों में चैंपियंस ट्रॉफी…
-
भारत-नेपाल सीमा के निकट एक कस्बे में बृहस्पतिवार को एक भारतीय नागरिक सहित तीन लोगों…
-
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने आत्मघाती हमला करने वाले ड्रोन के "बड़े पैमाने…
-
ठंड की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में मार्केट में मिलावटी गुड़ मिल रहा है।…
-
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर पाकिस्तान को रोज नए-नए जख्म मिल रहे हैं। पहले तो…
-
वाशिंगटन । व्हाइट हाउस की एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश में बढ़ते चरमपंथ…
नई दिल्ली। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर, भारतीय चिकित्सा संघ (IMA) ने उन डॉक्टरों को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार समारोह का आयोजन किया, जिन्होंने समाज के स्वास्थ्य एवं कल्याण को प्राथमिकता देते हुए उसे बेहतर बनाने में प्रति असाधारण समर्पण और प्रतिबद्धता का प्रर्दशन करते हुए कई लोगों को प्रेरित किया है। गुजरात की रहने वाली डॉ. शुक्ला रावल को उनकी विशेष उपलब्धियों और चिकित्सा पेशे के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए दिल्ली स्थित IMA मुख्यालय में, कम्युनिटी सर्विस अवॉर्ड कैटेगरी के तहत सम्मानित किया गया है।
डॉ. शुक्ला रावल ने डॉ. स्मिता जोशी के साथ मिलकर गुजरात राज्य में सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों में किशोर मधुमेह को शामिल करने की वकालत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से शामिल इन दोनों डॉक्टरों ने गुजरात और भारत सरकार से सरकारी अस्पतालों में आवश्यक प्रावधान करने का लगातार आग्रह किया है। उनके अथक परिश्रम के परिणामस्वरूप, गुजरात सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने पूरे राज्य में किशोर मधुमेह के लिए उपचार प्रदान करने के लिए कई अहम उपाय शुरू किए हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए, जिला पंचायत ने मधुमेह से पीड़ित बच्चों के लिए इंसुलिन पेन और कारतूस खरीदने के लिए 10.95 लाख रुपये आवंटित किए, जिसमें वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 30 लाख रुपये का बढ़ा हुआ बजट शामिल है।
देश के प्रतिष्ठित चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय की जयंती के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस हर साल 1 जुलाई को मनाया जाता है। स्वास्थ्य सेवा और सार्वजनिक स्वास्थ्य में उनके महत्वपूर्ण योगदान को आज भी याद किया जाता है। साल 1991 में, भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में घोषित किया था। यह दिन डॉक्टरों और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स के प्रति उनकी अथक सेवा, समर्पण और सभी की भलाई सुनिश्चित करने में उनकी दृढ़ता के लिए आभार व्यक्त करने के एक विशेष अवसर के रूप में मनाया जाता है।