Breaking News
-
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतकर अबु धाबी में अपनी छुट्टियां…
-
बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति रियाज चागला की एकल न्यायाधीश पीठ ने कहा कि वह…
-
वर्धा (महाराष्ट्र)। वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया प्राध्यापक प्रो.संजय द्विवेदी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित…
-
सभी की निगाहें इस समय जम्मू-कश्मीर चुनाव पर हैं। वहां 10 साल बाद चुनाव हुए…
-
हरियाणा में 90 सीटों के लिए आज मतदान संपन्न हो गए हैं। चुनावी नतीजे 8…
-
इज़राइली वायु सेना के जेट विमानों ने शनिवार को लेबनान में हमास आतंकवादी समूह की…
-
ग्वालियर । लगभग 14 साल के बाद ग्वालियर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी के लिए…
-
सुप्रीम कोर्ट ने 5 अक्टूबर अपने 15 फरवरी के फैसले की समीक्षा की मांग करने…
-
बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे प्यारे कपल रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा को अपनी मैरिड लाइफ…
-
सतारा संसदीय क्षेत्र महाराष्ट्र का महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। जिस पर हाल ही में…
बेंगलुरु । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को कर्नाटक विधानसभा को भंग कर अभी विधानसभा चुनाव कराने की चुनौती दी और दावा किया कि ऐसा होने पर भाजपा 140 से 150 सीट जीतेगी। उन्होंने कहा कि हाल के लोकसभा चुनाव में राज्य के लोगों ने कांग्रेस की ‘व्यर्थ गारंटियों’ तथा धनबल एवं बाहुबल को खारिज कर दिया और भाजपा को पसंद किया।
कद्दावर लिंगायत नेता येदियुरप्पा ने यहां पैलेस ग्राउंड्स में आयोजित प्रदेश भाजपा की विशेष कार्यकारी बैठक के दौरान कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को चुनौती देता हूं कि यदि उनमें हिम्मत है तो विधानसभा भंग कीजिए और फिर चुनाव कराइए। तभी आपको पता चलेगा कि आपकी स्थिति क्या है। यदि चुनाव कराये जाते हैं तो भाजपा 140 से 150 सीट जीतेगी।’’ कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा है तथा लोकसभा की 28 सीट हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा-जद-एस गठबंधन ने 19 सीट जीतीं और भाजपा को 142 विधानसभा क्षेत्रों में बहुमत मिला।
उन्होंने कहा कि महज एक साल पहले कांग्रेस 134 सीट जीतकर सत्ता में आई थी, लेकिन अब सत्तारूढ़ पार्टी उन जगहों पर पिछड़ गई है, जिनका मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार और कई मंत्री प्रतिनिधित्व करते हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह दर्शाता है कि भ्रष्टाचार में लिप्त रहने और जनहित की अनदेखी करने के कारण कांग्रेस ने एक साल के भीतर ही राज्य में अपनी लोकप्रियता खो दी है। उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। लोगों ने कांग्रेस के धन और बाहुबल को नजरअंदाज कर दिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में अपना विश्वास दिखाया।