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बीजिंग । चीन ने स्वशासित द्वीप ताइवान को हथियार बेच रही अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंधों…
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तिरुवनंतपुरम । केरल सरकार ने 15वीं विधानसभा का 12वां सत्र चार अक्टूबर से आहूत करने…
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने…
इस्लामाबाद । संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने इस्लामाबाद की ओर से निर्वासन की घोषणा के बाद से अनिश्चितता में जी रहे लाखों अफगानी शरणार्थियों के हालात पर चर्चा के लिए मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की। पाकिस्तान ने पिछले साल इन शरणार्थियों को ‘बिना दस्तावेज वाले एलियन’ कहा था। ‘डॉन’ अखबार की खबर में कहा गया है कि ‘संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त’ (यूएनएचसीआर) के आयुक्त ग्रांडी से मुलाकात के दौरान शरीफ ने अनुरोध किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘अफगान शरणार्थियों के बोझ’ को मान्यता देनी चाहिए जिसे पाकिस्तान अपने कंधे पर ढो रहा है। शरीफ ने कहा कि इस मुद्दे को हल करने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी का प्रदर्शन करना चाहिए।
एनएनएचसीआर प्रमुख तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार को पाकिस्तान पहुंचे। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेता ने कहा कि कई चुनौतियों के बावजूद उनके देश ने अनुकरणीय सम्मान और गरिमा के साथ अफगान शरणार्थियों को शरण दिया है। शरीफ ने इस संबंध में पाकिस्तान के प्रयासों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाने में यूएनएचसीआर का समर्थन मांगा। शरीफ ने वैश्विक शरणार्थी एजेंसी से अफगान शरणार्थियों की दशा सुधारने के वास्ते टिकाऊ समाधान तलाशने में भूमिका निभाने का आग्रह किया। अखबार में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उन सामाजिक-आर्थिक और सुरक्षा खतरों के प्रति सचेत रहने की जरूरत है जिनका पाकिस्तान सामना कर रहा है।