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नगर निगम द्वारा दुकानों आदि के लाइसेंस शुल्क में की गई वृद्धि पर प्रवीन खंडेलवाल ने उपराज्यपाल को लिखा पत्र

नई दिल्ली। चाँदनी चौक से बीजेपी सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने  दिल्ली नगर निगम द्वारा अप्रैल 2023 में व्यापार के विभिन्न वर्गों की लाइसेंसिंग फीस में की गई 20 प्रतिशत से 150 प्रतिशत तक की गई वृद्धि को लैकर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिख कर इस पर तुरंत संज्ञान लेने की अपील की। अपने पत्र में इस वृद्धि को अनैतिक बताते हुए उन्होंने लिखा है कि ” दिल्ली में व्यापार पहले से ही अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है, ऐसे में  यह वृद्धि व्यापारियों की कमर तोड़ कर रख देगी। इस अप्रत्याशित वृद्धि से जहां दिल्ली के व्यापारियों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर बेहद छोटे व्यापार जैसे पान-पंसारी, कॉन्फ़ेक्शनरी,  छोटे बड़े हलवाई, नाई, ड्राइक्लीनर,आदि अनेक प्रकार के छोटे व्यवसायों के लाइसेंस शुल्क भी बढ़ा दिये गये हैं । 
दूसरी तरफ़ सामाजिक कार्य हेतु उपयोग में आने वाली धर्मशाला एवं ऑडिटोरियम आदि तथा बाहर से दिल्ली आने वाले लोगों के निवास हेतु होटल एवं गेस्ट हाउस आदि की लाइसेंस फ़ीस में भी बढ़ी वृद्धि की गई है, जो कि सही नही है”।
उन्होंने पत्र में ये भी बताया कि  विभिन्न वर्गों की लाइसेंसिंग फीस में बेतहाशा वृद्धि होने के कारण बड़ी संख्या में व्यापारिक एवं अन्य प्रतिष्ठान निगम लाइसेंस नवीकरण करने अथवा नया लाइसेंस बनवाने से कतरा रहे हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि गत वर्ष लागू की गई दरें इससे पूर्व वर्ष 2022 तक के दक्षिण दिल्ली नगर निगम में लागू लाइसेंसिंग दरों से भी लगभग डेढ़ गुणा अधिक है, जिसका कोई औचित्य नहीं है। यह दिल्ली के व्यापार पर एक अतिरिक्त आर्थिक बोझ है जिसका कोई आधार नहीं है इसलिए इस विषय पर ध्यान देकर इस वृद्धि को वापिस लेकर दिल्ली के सभी छोटे बढ़े व्यापारियों को राहत दी जाए। 
स्मरणीय है की दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने गत दिनों इस मुद्दे पर दिल्ली की महापौर एवं निगमायुक्त से गत वर्ष अपने द्वारा दिये आश्वासन को पूरा करते हुए वृद्धि वापस लेने की मांग की है।

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