Breaking News
-
केरल स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राज्य के उत्तरी मलप्पुरम जिले में इलाज करा रहे…
-
कनाडा की संसद में खड़े होकर हिंदू नेता ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया…
-
भारत और बांग्लादेश के बीच 19 सितंबर 2024 के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज…
-
जम्मू और कश्मीर में पहले चरण का मतदान आज खत्म हो गया है। पहले चरण…
-
न्यू यॉर्क के मेलविल में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में सोमवार को उपद्रवियों ने भारत सरकार…
-
लखनऊ/गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा बेटियों के साथ दरिंदगी करने वालों का…
-
बीजिंग । चीन ने स्वशासित द्वीप ताइवान को हथियार बेच रही अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंधों…
-
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में ईद-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक नारे लगाने और…
-
तिरुवनंतपुरम । केरल सरकार ने 15वीं विधानसभा का 12वां सत्र चार अक्टूबर से आहूत करने…
-
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने…
मोदी सरकार के 3.0 का पहला बजट आ गया है। जहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को 2024-25 के लिए बजट पेश किया। इस दौरान वित्त मंत्री ने स्पोर्ट्स के लिए भी अपने पिटारे में से जमकर रुपये बरसाए। उन्होंने खेलों इंडिया के लिए एक बड़ी राशि मंजूर की है।
खेलों इंडिया सरकार की एक अहम योजना है, जो जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। वित्त मंत्री द्वारा पेश केंद्रीय बजट में खेल मंत्रालय के लिए 3.442.31 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। जिसमें से खेलों इंडिया के लिए 900 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
खेल मंत्रालय के बजट में मामूली बढ़ोत्तरी
हालांकि, ये रकम पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 880 करोड़ रुपये के संशोधित आवंटन से 20 कोरड़ रुपये ज्यादा है। इस साल 26 जुलाई से 11 अगस्त तक पेरिस ओलंपिक होंगे, इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों में अभी भी 2 साल का समय है। ऐसे में खेल मंत्रालय के बजट की तुलना में सिर्फ 45.36 करोड़ रुपये की मामूली वृद्धि की गई है।
खेल मंत्रालय के लिए पिछले बजट में 3,396.96 करोड़ रुपये मंजूर हुए थे। सरकार ने पिछले कुछ सालों में खेलों इंडिया में भारी निवेश किया है, क्योंकि ये प्रोग्राम देश के सभी हिस्सों से प्रतिभाओं को सामने लाने का काम करता है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में खेलों इंडिया का वास्तविक आवंटन 596.39 करोड़ रुपये था। अगले साल के बजट में लगभग 400 करोड़ ज्यादा से अधिक बढ़ाकर 1 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया था। इसे हालांकि, संसोधित कर 880 करोड़ रुपये किया गया था।