क्या पाकिस्तान में भी बांग्लादेश की तरह तख्तापलट की तैयारी हो गई है। बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शन और तख्तापलट की चिंगारी पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी पहुंच सकती है। पाकिस्तान स्टूडेंट फेडरेशन ने सरकार औऱ सेना को अल्टीमेटम दे दिया है। 30 अगस्त तक इमरान खान की रिहाई नहीं हुई तो बड़े आंदोलन की बात कही गई है। छात्रों की मांग है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान बेगुनाह हैं और उन्हें जल्द से जल्द जेल से बाहर निकाल दिया जाए। पाकिस्तानी राजनीति में हालिया घटनाक्रम एक गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेशी सेना के तख्तापलट की खबरों ने पाकिस्तानी युवाओं को भी प्रभावित किया है।
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पाकिस्तान स्टूडेंट फेडरेशन ने अपने बयान में इमरान खान की रिहाई की मांग की है औऱ साथ ही चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वो देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इमरान खान की रिहाई की मांग औऱ सरकार की नीतियों पर असंतोष ने पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है। स्टूडेंट फेडरेशन की चेतावनी के बाद शहबाज शरीफ की सरकार को दबाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही उन्हें इस पर कोई ठोस कदम उठाना पड़ सकता है।
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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने भी 6 अगस्त को घोषणा की थी कि वे उनकी रिहाई की मांग को लेकर इस महीने के अंत तक इस्लामाबाद में एक विशाल रैली आयोजित करेंगे. यह घोषणा खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक महत्वपूर्ण रैली के बाद आई, जो खान के जेल जाने के एक साल पूरे होने का प्रतीक है। पीटीआई ने स्वाबी जिले में एक रैली आयोजित की, जहां खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर, पार्टी अध्यक्ष गोहर अली खान और महासचिव उमर अयूब ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री गंडापुर ने घोषणा की कि देश की सबसे बड़ी पार्टी के नेता के रूप में पूर्व क्रिकेटर से नेता बने को अब जेल में नहीं रखा जा सकता।