राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सार्वजनिक सेवा में उनकी उपलब्धियों और शिक्षा, सामाजिक कल्याण और सशक्तिकरण के प्रति समर्पण के लिए तिमोर-लेस्ते के उनके समकक्ष जोस रामोस-होर्टा द्वारा देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते’ से सम्मानित किया गया। औरत। भारतीय राष्ट्रपति ने कहा कि यह पुरस्कार भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच दोस्ती के संबंधों का प्रतिबिंब है। राष्ट्रपति मुर्मू भारत से तिमोर-लेस्ते की पहली राष्ट्रपति यात्रा पर शनिवार को यहां पहुंचे। राष्ट्रपति भवन, दिली में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने तिमोर-लेस्ते के अपने समकक्ष के साथ व्यापक चर्चा की और कहा कि लोकतंत्र और बहुलवाद के मूल्यों के प्रति साझा प्रतिबद्धता के आधार पर भारत के साथ मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं।
इसे भी पढ़ें: राष्ट्रपति मुर्मू ने वेलिंगटन में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की
मुर्मू की यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं को बताया था कि भारत जल्द दिली में एक दूतावास स्थापित करेगा। उन्होंने बताया था कि तिमोर-लेस्ते ने भी नयी दिल्ली में अपना दूतावास खोलने की इच्छा जाहिर की है। मुर्मू की यह यात्रा तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति होर्ता के भारत दौरे से लगभग सात महीने बाद हो रही है। होर्ता ने इस साल जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मुलाकात की थी।
इसे भी पढ़ें: राष्ट्रपति मुर्मू को फिजी का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत-फिजी के मैत्री संबंधों को मान्यता: जयशंकर
इससे पहले, राष्ट्रपति मुर्मू न्यूजीलैंड की यात्रा पर गई थीं, जहां उन्होंने गवर्नर जनरल डेम सिंडी किरो, प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और उप प्रधानमंत्री विंस्टन पीटर्स के साथ द्विपक्षीय साझेदारी को और बढ़ाने के उपायों पर व्यापक चर्चा की थी। राष्ट्रपति मुर्मू ने फिजी के अपने समकक्ष विलियामे मैवलीली काटोनिवेरे के निमंत्रण पर इस द्विपीय देश की यात्रा भी की थी। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी की पहली यात्रा थी। काटोनिवेरे और मुर्मू ने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के उपायों पर चर्चा की थी।