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‘उपदेश देने से पहले अभ्यास करें’, तेजस्वी यादव पर हिमंत बिस्वा सरमा का पलटवार, शहजाद पूनावाला का भी आया बयान

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव की नमाज तोड़ने के नियम पर उनकी टिप्पणी के लिए आलोचना की और उन्हें उपदेश देने से पहले अभ्यास करने की सलाह दी। सरमा ने कहा कि तेजस्वी यादव मेरी आलोचना कर रहे हैं लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं…क्या बिहार में ऐसी कोई प्रथा है? आपको (यादव) जब बिहार के उपमुख्यमंत्री थे तो चार घंटे का ब्रेक लागू करना चाहिए था। उपदेश देने से पहले इसका अभ्यास करें।
 

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यादव ने शुक्रवार को असम विधानसभा द्वारा दो घंटे की जुम्मा छुट्टी रद्द करने के बाद सरमा पर सस्ती लोकप्रियता चाहने का आरोप लगाया था। तेजस्वी यादव ने पटना में पत्रकारों से कहा कि असम के मुख्यमंत्री सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसा कर रहे हैं। कौन है ये? वह सिर्फ सस्ती लोकप्रियता चाहते हैं।’ बीजेपी ने मुसलमानों को आसान निशाना बनाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री सस्ती लोकप्रियता हासिल करने एवं “योगी का चाइनीज़ वर्जन” बनने के प्रयास में जानबुझकर मुसलमानों को परेशान करने वाले कृत्य करते रहते है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने नफ़रत फैलाने, मोदी-शाह का ध्यान आकृष्ट करने एवं समाज में धुर्वीकरण करने के लिए मुसलमान भाइयों को सॉफ्ट टारगेट बना लिया है। 
 

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उन्होंने कहा कि देश की आजादी में आरएसएस छोड़ सभी धर्मों के लोगों का हाथ है। हमारे मुसलमान भाइयों ने देश को आजादी दिलाने में कुर्बानियाँ दी है और हम लोग जब तक है तब तक कोई माई का लाल उनका बाल बांका नहीं कर सकता। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि तेजस्वी यादव ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ‘चीनी संस्करण’ हैं। सिर्फ इसलिए कि उनका जन्म असम में हुआ था। क्या सैम पित्रोदा की आत्मा तेजस्वी यादव में प्रवेश कर गई है?… संविधान का सम्मान न करना और हर व्यक्ति का अपमान करना INDI गठबंधन का चरित्र है। राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा भाग 2 शुरू की थी पूर्वोत्तर से ही। उन्हें (राहुल गांधी) बताना चाहिए कि क्या यह भारत को एकजुट करने वाला बयान है?…इस पर राहुल गांधी और गौरव गोगोई को बताना चाहिए कि वे (कांग्रेस) राजद से कब नाता तोड़ेंगे?

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