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भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। जिसमें बीजेपी ने एक बार फिर से दो मुस्लिम प्रत्याशियों पर दांव खेला है। पार्टी ने फिरोजपुर झिरका से नसीम अहमद और पुन्हाना से एजाज खान को टिकट दिया है। पिछली बार चुनाव लड़ने वाले जाकिर हुसैन की जगह संजय सिंह को नूंह सीट से उम्मीदवार बनाया है। मेवात इलाके की मुस्लिम बहुल तीन विधानसभा सीटों में दो पर मुस्लिम और एक पर हिंदू कैंडिडेट को उतारकर बीजेपी ने राजनीतिक गणित बैठाने की भी कोशिश की है।
बीजेपी ने पुन्हाना सीट पर एजाज खान के रूप में नए मुस्लिम चेहरे को उतारा है। तो वहीं, फिरोजपुर झिरका सीट पर फिर से नसीम अहमद पर ही दांव खेला है। बीजेपी ने पिछले चुनाव में पुन्हाना सीट पर हिंदू कैंडिडेट उतारा था, लेकिन इस बार मुस्लिम चेहरे को उतारकर सियासी बिसात बिछाई है। मेवात की तीसरी विधानसभा सीट पुन्हाना है, जहां से मौजूदा विधायक मोहम्मद इलियास को कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। कांग्रेस के प्रत्याशी मो. इलियास और भाजपा के उम्मीदवार एजाज खान चचेरे भाई हैं। इस तरह पुन्हाना सीट पर चचेरे भाई आमने-सामने मैदान में उतरे हैं। एजाज अहमद पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं जबकि इलियास लगातार चुनाव लड़ रहे हैं।
हरियाणा में परिसीमन के बाद 2009 में यह सीट सियासी वजूद में आई और पहली बार इलियास इनेलो के टिकट पर विधायक बने थे। जिसके बाद 2014 में रहीस खान निर्दलीय विधायक चुने गए, लेकिन 2019 में इलियास दोबारा से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। मुस्लिम मतदाता मेवात के इलाके की तीन विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका में हैं। जिसके चलते मुस्लिम ही जीतते रहे हैं। बीजेपी के लिए मुस्लिम वोटों के सियासी समीकरण के चलते हमेशा से यह सीटें मुश्किल बनी रही हैं। 2019 में बीजेपी ने मेवात के तीन में से दो सीटों पर मुस्लिम कैंडिडेट उतारे, लेकिन जीत दर्ज नहीं कर सकी। 2024 के लोकसभा में भी मेवात इलाके की सीटों पर बीजेपी को कांग्रेस की तुलना में कम वोट मिले थे। इससे पहले 2019 और 2014 लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी मेवात इलाके में पीछे रह गई थी।