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भाजपा ने स्वास्थ्य निदेशक पद से इस्तीफा देने के तीन घंटे बाद ही Dr. Krishna Kumar को दिया Bawal सीट से टिकट

बावल विधानसभा सीट से भाजपा ने विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. बनवारी लाल का टिकट काट कर जिले के ही भटेड़ा निवासी डॉ. कृष्ण कुमार को दिया है। डॉ. कृष्णकुमार ने हाल ही में निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं पद से इस्तीफा दिया है। जिसके तीन घंटे बाद पार्टी ने उनको बावल सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। डॉ. कृष्ण कुमार की पोस्टिंग पंचकूला स्थित स्वास्थ्य विभाग में थी। रेवाड़ी सहित प्रदेश के कई जिलों में सीएमओ के रूप में वह सेवाएं दे चुके हैं। पहली सूची में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट को होल्ड रखा था जिससे इस सीट पर प्रत्याशी बदलने के कयास लगाए जा रहे थे। 
प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद हर कोई इस बात को लेकर हैरान रह गया कि आखिर डॉ. कृष्ण कुमार को यहां से टिकट कैसे मिल गया। डॉक्टर कृष्ण कुमार की बावल सीट से चुनाव लड़ने तक की चर्चा तक नहीं थी। कैबिनेट मंत्री और बावल के वर्तमान विधायक का टिकट कटने को लेकर भी लोग दंग हैं। बनवारी लाल अपने कार्यकाल में तब अधिक चर्चा में आए थे, जब उनके ही सहकारिता विभाग में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ था। लेकिन, इस मामले में उनको क्लीन चिट मिल गई थी। बावल सीट पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के परिवार का शुरू से दबदबा रहा है। 
2014 में राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर ही उनके खास समर्थक डॉ. बनवारी लाल को इस सीट से टिकट दिया गया था। बाद में राव के कोटे से उन्हें राज्यमंत्री भी बनाया गया। 2019 में दोबारा उन्हें टिकट दिया गया और इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। 2019 के बाद डॉ. बनवारी लाल की नजदीकियां पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से हो गईं। डॉ. बनवारी लाल केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और मनोहर लाल दोनों से बराबर का तालमेल बनाकर चल रहे थे। इससे राव इंद्रजीत सिंह खफा होते दिखे। लोकसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह ने गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन बावल विधानसभा क्षेत्र से उन्हें उम्मीद के अनुरूप वोट नहीं मिले जिससे ये नाराजगी और ज्यादा बढ़ती गई।

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