नवजात बच्चे अक्सर अपने मुंह में उंगली डाल लेते हैं। उंगलियां मुंह में चूंसना एक साधारण प्रक्रिया है। जब नवजात बच्चे अपने मुंह में उंगली डालते हैं, तो पेरेंट्स को ऐसा लगता है कि उनको भूख लगी ही और उसको दूध पिलाने लगती हैं। नए पेरेंट्स बच्चे की उंगली चूसने का मतलब बच्चे के भूख से लगाते हैं, तो रुक जाइए। क्योंकि सिर्फ भूख लगने पर ही नहीं बल्कि अन्य कई कारणों से भी बच्चे उंगलियां चूसने लगते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको नवजात शिशु के उंगलियां चूसने के कारण बताने जा रहे हैं।
बच्चे क्यों चूसते हैं उंगली
हर 2-3 महीने के बाद नवजात बच्चे इस दुनिया को समझने के लिए अपनी इंद्रियों का इस्तेमाल करने का प्रयास करते हैं। बता दें कि नवजात बच्चे के उंगलियां चूसने के निम्न वजह हो सकते हैं।
स्वाद और बनावट का अनुभव
नवजात बच्चे द्वारा उंगलियों को चूसना और अपने आसपास की चीजों को मुंह में लेना, यह जानने का एक तरीका होता है कि उनके आसपास क्या होता है। यह बच्चे का तरीका होता है उनको उस स्थिति में क्या करना चाहिए। बच्चों का उंगलियां चूसना उनके शारीरिक और मानसिक विकास का हिस्सा है। यह प्रक्रिया उनको चीजों के स्वाद और बनावट का अनुभव कराता है।
दांत निकलना
बता दें कि जब नवजात बच्चा 3-4 महीने का होता है, तो उसके दांत निकलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। ऐसे में बच्चे के मसूड़ों में खुजली और दर्द होने लगता है। इस स्थिति में बच्चे उंगली चूसने या चबाने लगते हैं। उंगली चूसने से बच्चे के मसूड़ों पर दबाव पड़ता है और उनको दर्द से राहत मिलती है।
शांति महसूस करना
कई बच्चे मानसिक तौर पर उंगलियां चूसने में काफी शांति महसूस करते हैं। ऐसा तब होता है, जब वह असहज या तनाव महसूस करते हैं। बच्चों द्वारा यह प्रक्रिया उनका भावनात्मक रूप से तनाव कम करने में सक्षम होते हैं।
कहीं भूख तो वजह नहीं
अगर नवजात बच्चा भूख की वजह से उंगलियां चूस रहा है, तो इसके साथ ही होठों को थपथपाना, मुट्ठियों को चूसना और रोने जैसी कई एक साथ काम करने की कोशिश करेगा। अगर आपका बच्चा उंगलियां चूसने के साथ यह सारी हरकतें करता है, तो यह भूख का संकेत है। इसका मतलब है कि उसे दूध पिलाने की जरूरत है।