शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी काफी जरुरी है। विटामिन डी को ‘सूरज का विटामिन’ भी कहा जाता है। यह हमारे शरीर के लिए बेहद जरुरी है। विटामिन डी हमारी हड्डियों को मजबूत करता है। डाइट में विटामिन डी को शामिल करना काफी जरुरी है। विटामिन हड्डियों को मजबूत रखने के साथ ही इम्यून सिस्टम को भी मजबूत रखता है। लेकिन आप नहीं जानते होंगे कि विटामिन डी की कमी होने से इनफर्टिलिटी प्रभावित होती है। आइए आपको बताते हैं इस बारे में विस्तार से-
विटामिन डी की कमी और फर्टिलिटी का कनेक्शन
हार्मोनल संतुलन
हार्मोनल को संतुलित करने के लिए शरीर में विटामिन डी का होना काफी जरुरी है। क्योंकि यह रिप्रोडक्शन के लिए भी जरुरी है।
सूजन कम करना
विटामिन डी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो रिप्रोडक्टिव सिस्टम में सूजन को कम करने में मदद करता है।
ओवरीज का स्वास्थ्य
ओवरीज का स्वास्थ्य को सुधारने के लिए विटामिन डी का अहम रोल है, इससे ओवुलेशन बेहतर होता है।
महिलाओं में
जब विटामिन-डी की कमी होती है तो ओवुलेशन की प्रक्रिया को प्रभावित करती है। ओवुलेशन के समय, ओवरीज से एक मेच्योर एग रिलीज होता है। विटामिन- डी की कमी के कारण रिप्रोडक्टिव हार्मोन, जैसे कि प्रोजेस्ट्रोन और एस्ट्रोजेन हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है, जो ओवुलेशन को प्रभावित करता है।
पुरुषो में
अगर पुरुषों में विटामिन डी की कमी होगी, तो स्पर्म की गुणवत्ता और मात्रा को प्रभावित करती है। विटामिन डी स्पर्म मोटिलिटी और स्पर्म को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।
आप विटामिन डी के लेवल को कैसे बढ़ाएं
धूप लें
विटामिन डी के लिए आपको सूरज की रोशनी लेना काफी जरुरी है। प्रतिदिन कुछ समय धूप में जरुर बैठें। सुबह 10 बजे से पहले की धूप सबसे बेहतरीन होती है। इसके बाद धूप ज्यादा तेज होती है और यूवी किरणें स्किन को डैमेज कर सकते हैं।
डाइट
मछली, अंडे, दूध और कुछ प्रकार के मशरुम विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं।