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बीजिंग । चीनी सेना ने पेंटागन की हाल की उस रिपोर्ट की निंदा की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भ्रष्टाचार के कारण पीएलए का आधुनिकीकरण बाधित हो रहा है। रिपोर्ट में चीनी सेना की ‘‘निंदा’’ की गई है तथा चीन द्वारा उत्पन्न सैन्य खतरे को ‘‘बढ़ा-चढ़ाकर’’ पेश किया गया है। हाल ही में जारी की गई अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, चीनी रक्षा मंत्रालय ने वाशिंगटन पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ ‘‘झूठा विमर्श गढ़ने’’ का आरोप लगाया।
रक्षा प्रवक्ता झांग शियाओगांग ने शनिवार को कहा कि रिपोर्ट में ‘‘चीन की रक्षा नीतियों की गलत ढंग से व्याख्या की गई है, चीन की सैन्य क्षमता विकास के बारे में अटकलें लगाई गई हैं, चीन के घरेलू मामलों में खुलेआम हस्तक्षेप किया गया है, चीनी सेना की निंदा की गई है और चीन द्वारा उत्पन्न तथाकथित सैन्य खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।’’ सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने झांग के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीन इन सभी बयानों की ‘‘कड़ी निंदा करता है और इनका दृढ़ता से विरोध करता है।’’
झांग ने कहा कि 20 वर्षों से अधिक समय से अमेरिका साल-दर-साल ऐसी भ्रामक रिपोर्टें प्रकाशित करता रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह झूठा विमर्श गढ़ना बंद करे, चीन के बारे में गलत धारणा रखना बंद करे तथा द्विपक्षीय और सैन्य संबंधों को स्थिर बनाने के लिए प्रयास करे।’’ चीन के परमाणु हथियारों को लेकर झांग ने कहा कि इसका उद्देश्य देश की सुरक्षा करना है। लेकिन अमेरिका, जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत परमाणु शस्त्रागार है, परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल की नीति पर अड़ा हुआ है।
जिससे अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई की कि अमेरिका चीन और चीनी सेना के प्रति अधिक सकारात्मक और तर्कसंगत रवैया अपनाएगा तथा चीनी और अमेरिकी सेनाओं के बीच ऐसे संबंध बनाएगा, जिसमें संघर्ष या टकराव शामिल न हो, बल्कि खुलेपन, व्यावहारिकता और सहयोग को बढ़ावा मिले। पेंटागन की 165 पृष्ठों की विस्तृत रिपोर्ट में चीनी सैन्य आधुनिकीकरण समेत कई मुद्दों का जिक्र किया गया है तथा कहा गया है कि भ्रष्टाचार चीन के आधुनिकीकरण को प्रभावित कर रहा है।