क्रिकेट की दुनिया में ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी, पूर्व कप्तान और पूर्व कोच हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी तकनीक के दम पर द्रविड़ ने 24,177 रन बनाए हैं और उन्हें क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उन्हें सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण के साथ भारत के फैब-फोर यानी बेस्ट चार बल्लेबाजों में शामिल किया जाता था। पिछले साल सितंबर में ही उनकी कोचिंग में भारत ने टी20 विश्व कप 2024 का खिताब अपने नाम किया।
राहुल द्रविड़ का जन्म आज ही दिन यानी 11 जनवरी 1973 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। वे दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते थे। इसके अलावा भी वे पार्ट टाइम स्पिनर और विकेटकीपर रहे हैं। राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 42.51 की औसत से 13,288 रन बनाए हैं। इसमें उनके 36 शतक और 63 अर्धशतक के साथ 5 दोहरे शतक भी शामिल हैं। इसके अलावा राहुल द्रविड़ ने भारत के लिए 344 एकदिवसीय मैच भी खेले हैं जिसमें उनके 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल हैं।
12 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया
अपने जन्म के कुछ समय बाद ही वह बेंगलुरु चले गए थे। वह पढ़ाई में बहुत अच्छे थे। उनके पिता क्रिकेट प्रेमी थे। वह द्रविड़ और उनके छोटे भाई को क्रिकेट मैच दिखाने ले जाया करते थे। यहीं से राहुल की क्रिकेट को लेकर पसंद विकसित हुई। उन्होंने 12 साल की उम्र से पेशेवर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। द्रविड़ ने अंर-15, अंडर-17 और अंडर-19 में कर्नाटक टीम का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 1991-92 के सत्र में कर्नाटक के लिए रणजी की शुरुआत की थी। उनका पहला सत्र बहुत अच्छा था। उन्होंने 63.3 के औसत से कुल 380 रन बनाए थे। इनमें कुछ शतक भी शामिल थे। इसके बाद उन्हें दिलीप ट्रॉफी में साउथ जोन के लिए खेलने को चुना गया।
भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी राहुल द्रविड़ नेशनल क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके हैं। उनकी कोचिंग में अंडर-19 और टी20 इंटरनेशनल विश्व कप में भारतीय टीम चैंपियन बनी। पृथ्वी शॉ की कप्तानी में भारत ने 2018 में अंडर-19 विश्व कप का खिताब भी अपने नाम किया था, जबकि 2024 अमेरिका और वेस्टइंडीज में आयोजित टी20 विश्व कप में रोहित शर्मा की कप्तान में ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचा। इन दोनों ही मौकों पर पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ टीम के गुरु थे। हालांकि, टी20 विश्व कप के खत्म होते ही उनका सफर टीम से खत्म हो गया।
उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 20 जून 1996 को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट मैच के साथ की थी। तो वहीं, पहला एकदिवसीय मैच श्रीलंका के खिलाफ 3 अप्रैल 1996 को खेला था। राहुल द्रविड़ ने अंतिम एकदिवसीय मैच इंग्लैंड के खिलाफ 16 सितंबर 2011 को खेला था। राहुल द्रविड़ को ‘दा वॉल’ के नाम से जाना जाता है। इनका विकेट लेना किसी भी गेंदबाज के लिए काफी बड़ा अचीवमेंट होता था। द्रविड़ आईपीएल में 2008 से राजस्थान रॉयल्स में बतौर खिलाड़ी जुड़े थे और 2013 में इन्होंने अपना अंतिम आईपीएल मैच खेला इसके बाद वो इंडिया ए और अंडर 19 टीम के कोच बने और दिल्ली डेयरडेविल्स (दिल्ली कैपिटल्स) के मेंटॉर के रूप में भी काम किया है।