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Vinod Kambli Birthday: बिगड़ैल स्वभाव और खराब शौक ने डुबाया विनोद कांबली का क्रिकेट करियर, आज मना रहे 53वां जन्मदिन

भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे चमकते सितारों में से एक माने जाने वाले विनोद कांबली आज 18 जनवरी को अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। कभी असाधारण प्रतिभा से पहचाने जाने वाले विनोद कांबली आज चमक-दमक की दुनिया से दूर हैं। वह अपने क्रिकेट करियर से ज्यादा बाहरी दुनिया की वजह से चर्चा में रहे। खराब लतों ने उनका क्रिकेट करियर खत्म कर दिया। बता दें कि एक समय वह भी था, जब विनोद कांबली को सचिन तेंदुलकर से भी आगे रखा जाता था। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर विनोद कांबली के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और परिवार
मुंबई के कंजुरमार्ग स्थित इंदिरा नगर में 18 जनवरी 1972 को विनोद कांबली का जन्म हुआ था। इसके पिता का नाम गणपत कांबली था, जोकि एक मैकेनिक थे। विनोद के पिता बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। विनोद कांबली असाधारण प्रतिभा के धनी शख्स थे। उन्होंने अपने बचपन के दोस्त सचिन के साथ मुंबई की मशहूर कांगा लीग में डेब्यू किया था। भले ही विनोद कांबली का करियर छोटा रहा, लेकिन काफी दमदार और रिकॉर्ड्स भरा रहा था।
दो बार की शादी
बता दें कि विनोद कांबली ने दो बार शादी की। जिसमें पहली शादी साल 1998 में नोएल लुईस से की थी। जोकि नोएला पुणे के होटल ब्लू डायमंड में रिसेप्शनिस्ट थीं। लेकिन कांबली की यह लव लाइफ अधिक दिनों तक नहीं चल सकी और दोनों का तलाक हो गया। फिर कांबली ने मॉडल रहीं एंड्रिया हेविट से शादी कर ली। विनोद कांबली का एक बेटा जीसस क्रिस्टियानो कांबली और एक बेटी भी है।
क्रिकेट करियर
विनोद कांबली 16 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर हैरिस शील्ड ट्रॉफी में 664 रनों की नाबाद और शानदार पार्टनरशिप की थी। इस मैच में विनोद कांबली ने 349 रन और सचिन तेंदुलकर ने 326 रन बनाए थे। इस मैच में विनोद कांबली ने 37 रन देकर 6 विकेट लिए थे। शायद यही वजह रही कि रमाकांत आचरेकर ने भी कांबली को सचिन से ज्यादा टैलेंटेड माना था। लेकिन आज सचिन को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। तो वहीं विनोद कांबली की गिनती भारत के असफल क्रिकेटर्स में की जाती है।
इंटरनेशनल करियर
टरनेशन क्रिकेट करियर में विनोद कांबली ने 14 टेस्ट और 104 वनडे खेला। इस दौरान कांबली ने टेस्ट में 227 रन के सर्वाधिक स्कोर के साथ 1084 रन बनाए। वहीं वनडे में 2427 रन बनाए थे। टेस्ट मैच में उन्होंने 4 जबकि वनडे में 2 शतकीय पारी खेली थी। 
शराब ले डूबी क्रिकेट करियर
महज 21 साल की उम्र में विनोद कांबली ने दोहरा शतर और 2 शतक लगाने वाले कांबले बिगड़ैल स्वभाव के थे। उनका शराब से भी नाता था। बिगड़ैल स्वभाव और शराब के शौक की वजह से विनोद कांबली का क्रिकेट करियर ज्यादा लंबा नहीं चला। उन्होंने साल 2000 में आखिरी बार भारत के लिए वनडे मैच खेला था।

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