उत्तर प्रदेश सरकार 22 जनवरी को प्रयागराज में बड़े पैमाने पर होने वाले धार्मिक आयोजन, महाकुंभ के अवसर पर एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक की योजना बना रही है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह बैठक प्रयागराज में होगी। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कैबिनेट मंत्रियों के साथ राज्यव्यापी विकास को लक्षित करने वाली व्यापक विकास पहलों पर चर्चा करेंगे। 26 फरवरी तक चलने वाले कुंभ मेले की पृष्ठभूमि में, इन चर्चाओं से प्रयागराज और उससे आगे के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे संबंधी निर्णय सामने आ सकते हैं।
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बताया जा रहा है कि बैठक से पहले मुख्यमंत्री संगम में डुबकी भी लगा सकते हैं। प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ में मात्र छह दिनों के अंदर सात करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और पूज्य साधु-संतों ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई है और एक आधिकारिक बयान के अनुसार उप्र सरकार का अनुमान है कि इस बार महाकुम्भ में कुल 45 करोड़ से भी ज्यादा लोग आएंगे। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा महाकुम्भ पुलिस के लिए भले ही एक बड़ी चुनौती है, लेकिन मेला क्षेत्र में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) भीड़ प्रबंधन के लिहाज से वरदान साबित हो रहा है।
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इसके माध्यम से न सिर्फ मेला क्षेत्र में आ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिल रही है बल्कि कई तरह के सर्विलांस में भी यह मददगार बन रहा है। महाकुम्भ के पहले दिन पौष पूर्णिमा स्नान पर्व और मकर संक्रांति के अमृत स्नान पर भारी भीड़ को सुनियोजित तरीके से नियंत्रित करने में आईसीसीसी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आईसीसीसी के प्रभारी एसपी अमित कुमार ने बताया कि यहां पर 2750 कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से न सिर्फ मेला क्षेत्र में बल्कि पूरे शहर क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। तीन कोण से निगरानी की जा रही है, पहला है सुरक्षा, दूसरा प्रबंधन और तीसरा है अपराध।