उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात की। शनिवार को 73 देशों से 118 राजनयिक प्रयागराज पहुंचे थे। योगी ने कहा कि मैं महाकुंभ मेला 2025 में आप सभी का स्वागत करता हूं, यह खुशी का क्षण है कि सदी का सबसे बड़ा आयोजन प्रयागराज में हुआ है। आपका आगमन हमें और अधिक प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज एक पुराना शहर है और कुम्भ का आयोजन भी इसका प्रतिफल है।
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योगी ने कहा कि महाकुंभ मेला 2025 में अब तक 35 करोड़ श्रद्धालु हिस्सा ले चुके हैं। हमारा मानना है कि 26 फरवरी तक 45 करोड़ से ज्यादा लोग इसमें हिस्सा लेंगे। यह लोगों के लिए आश्चर्य की बात है। यहां गंगा को दिव्य माना जाता है। उन्होंने कहा कि देश में आध्यात्मिक पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं। आज एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि उपराष्ट्रपति ने यहां आकर इस सामूहिक कार्यक्रम में भाग लिया। मिशन प्रमुख भी उपस्थित थे। मुझे उम्मीद है कि यह यात्रा सभी को अच्छी यादें देगी।
वहीं, मेले की आभा से अभिभूत इन राजनयिकों ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति और धरोहर की भव्यता को दर्शाता है। प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंचकर इन लोगों ने खुद को सौभाग्यशाली बताया। इन अतिथियों ने योगी आदित्यनाथ की सरकार और विदेश मंत्रालय द्वारा राजनयिकों के लिए इस यात्रा की व्यवस्था किए जाने पर खुशी भी जताई। शनिवार को 73 देशों से आए 118 राजनयिकों का अरैल में भव्य स्वागत किया गया।
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भारत में जापान के राजदूत केइची ओने ने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय ने राजनयिकों के लिए इस यात्रा की व्यवस्था की। महाकुंभ मेला बहुत ही खास आयोजन है। मैं हिंदू संस्कृति को समझने के लिए यहां आने को लेकर बहुत उत्सुक था।” भारत में अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो काउचिनो ने कहा, “मैं इस महत्वपूर्ण आयोजन में हिस्सा लेकर बहुत खुश हूं। यहां की परंपराओं का पालन करके बहुत खुशी हो रही है।”