संसद का बजट सत्र चल रहा है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी चीन से लेकर अमेरिका और ट्रंप के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधते नजर आए। लेकिन इन सब के बीच रूस के स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन भारत पहुँचे तो उनका जोरदार स्वागत हुआ। कई स्तर की बातचीत के इस दौरे के दौरान व्याचेस्लाव वोलोडिन भारत की लोकसभा की कार्यवाही देखने पहुँचे। भारत की लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने उनका स्वागत किया। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि माननीय सदस्यगण मुझे आप सभी को सूचित करते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि हमारे सदन के विशिष्ट बॉक्स में रशियन फेडरेशन की फेडरल असेंबली के स्टेट ड्यूमा के चेयरमैन व्याचेस्लाव वोलोडिन के नेतृत्व में रूसी संघ का संसदीय शिष्ट मंडल उपस्थित हुआ है।
इसे भी पढ़ें: 1, दो, 3…भारत के कई दुश्मनों पर ट्रंप ने कर दी बड़ी स्ट्राइक, कोई छूट तो नहीं गया?
ओम बिरला ने कहा कि मैं अपनी और सदन की ओर से शिष्ट मंडल का हार्दिक अभिनंदन और स्वागत करता हूँ। स्पीकर ओम बिरला ने वोलोडिन और उनके प्रतिनिधिमंडल की यात्रा को भारत रूस संबंधों की गहराई का प्रतीक बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये यात्रा दोनों देशों के बीच साझेदारी को और मजबूत करेगी। भारत और रूस के बहुत गहरे और दीर्घकालिन संबंध रहे हैं। इस यात्रा से हमारी दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी व संसदीय संबंध और मजबूत होंगे। ओम बिरला ने कहा कि हम भारत मे उनके सुखद, सफल और मंगलमय प्रवास की कामना करते हैं। उनके माध्यम से हम रूस की संसद तथा वहां की मित्रवत जनता को बधाई व शुभकामनाएं देते हैं।
इसे भी पढ़ें: 3 ताकतवर देशों में भारत के लिए हुई जंग, मोदी होंगे किसके साथ?
रूस के स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन के इस दौरे में भारत रूस कई महत्वपूर्ण मामलों पर बात करेंगे। ये दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दौरे की तारीख जल्द ही सामने आ सकती है। इस दौरे में दोनों देशों के डेलिगेशन के बीच व्यापार और तकनीक के क्षेत्र में बड़ी बातचीत की तैयारी हैम इसके अलावा खबर है कि रूस के स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष भारत के कई बड़े नेताओं के साथ मुलाकात करेंगे। रूस की संघीय विधानसभा के राज्य ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने संसद भवन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने संसदीय संबंधों को बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया जो समग्र दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के लिए एक ठोस आधार प्रदान करता है।
इसे भी पढ़ें: Trump धड़ाधड़ फैसले ले रहे हैं, इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने NSA डोभाल को फोन लगाया
धनखड़ और वोलोडिन ने भारत और रूस के बीच बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। भारत के उपराष्ट्रपति के आधिकारिक एक्स अकाउंट से शेयर किए गए पोस्ट में कहा गया कि दोनों नेताओं ने संसदीय संबंधों को बढ़ाने के महत्व को रेखांकित किया जो दोनों देशों के बीच समग्र विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के लिए एक ठोस आधार प्रदान करता है।