आज अहमदाबाद में उद्योगपति गौतम अडानी के छोटे बेटे जीत अडानी शादी के अटूट बंधन में बंधने वाले हैं। उनकी शादी हीरा कारोबारी जैमिन शाह की बेटी दीवा से हो रही है। साल 2019 में अडानी समूह में शामिल हुए जीत अडानी की शादी बेहद साधारण तरीके से गुजराती रीति-रिवाज के साथ होगी। जीत अडानी और दीवा शाह की शांतिग्राम में सात जन्मों के अटूट बंधन में बंधेंगे, जो अडानी का टाउनशिप है। जीत और दीवा की सगाई 14 मार्च, 2023 को हुई थी जिसमें उनके करीबी दोस्त और परिवार के सदस्य सम्मिलित हुए थे।
सीमित लोग ही होंगे शादी में शामिल
इस विवाह की चर्चा इसकी सादगी और परंपरिक तौर तरीके की वजह से हो रही है। गौतम अडानी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शादी का समारोह साधारण और पारंपरिक तरीके से होगा। इसमें सितारों का जमावड़ा नहीं होगा। इस स्पष्टीकरण से उन अफवाहों पर विराम लग गया जिसमें दावा किया जा रहा था कि जीत और दीवा की शादी में टेलर स्विफ्ट जैसी हस्तियां शामिल हो सकती हैं। पिछले माह प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर परिवार के साथ गंगा आरती करने के बाद गौतम अडानी ने कहा था कि मेरी परवरिश और काम करने का तरीका एक साधारण इंसान जैसा है। जीत भी मां गंगा का आशीर्वाद लेने के लिए यहां आए हैं।
अडानी परिवार के करीबी सूत्रों के मुताबिक, जीत और दीवा ने अपनी शादी को उन चीजों के प्रति समर्पित किया है, जो उनके जीवन में काफी मायने रखते हैं। उनकी यह शादी परंपरा, सादगी और सामाजिक प्रभाव का अनूठा मेल साबित होगी। फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा जीत और दीवा के लिए शॉल बनाने के लिए एफओडी नामक एनजीओ के साथ काम कर रहे हैं। यह आइडिया जीत अडानी का था, जो लगातार दिव्यांगों की मदद करते रहते हैं।
गुजराती रीति-रिवाज से होगी शादी
जीत और दीवा की शादी से जुड़े कार्यक्रम 5 फरवरी को शुरू हुए और अहमदाबाद में आज शादी होने वाली है। इस दौरान अडानी टाउनशिप शांतिग्राम में गुजराती रीति-रिवाज के अनुसार शादी संपन्न होगी।
दिव्यांगों को दान की जायेगी बड़ी राशि
‘मंगल सेवा’ नामक पहल के तहत जीत और दीवा ने सालाना 500 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं को 10-10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। दो दिन पहले दंपत्ति ने 21 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं और उनके पतियों से मुलाकात कर इस पहल की शुरुआत की थी।
जानिए कौन हैं जीत
जून 2020 में अडानी समूह की कंपनी अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के डायरेक्टर की जीत ने जिम्मेदारी संभाली हैं, जो देश की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है। एयरपोर्ट बिजनेस के अलावा वह अडानी समूह के रक्षा, पेट्रोकेमिकल्स और कॉपर बिजनेस की देखरेख भी करते हैं। जीत अडानी समूह के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का भी नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिलवेनिया के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड अप्लाइड सांइस से स्नातक की डिग्री हासिल की है। अपनी मां डॉ. प्रीति अडानी से प्रेरित होकर जीत भी समाजसेवा के काम में जुट गए और वह दिव्यांगों की सहायता करना चाहते हैं।
दरअसल, जीत की मां ने अडानी फाउंडेशन को एक छोटे ग्रामीण प्रोजेक्ट से एक वैश्विक सामाजिक परिवर्तन संस्था में तब्दील किया है। दूसरी पीढ़ी के उद्यमी जीत अडानी अहमदाबाद में रहते हैं, जहां अडानी समूह का मुख्यालय है। उन्होंने साल 2023 में अडानी समूह के ग्रीनएक्स टॉक्स की शुरुआत की थी, जहां पर दिव्यांगजन अपनी प्रेरणात्मक कहानियों से दुनिया को रूबरू कराते हैं।