जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को एक खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने सेना की गैरकानूनी कार्रवाइयों और राजनीति में इसकी भागीदारी की आलोचना की।
इमरान खान ने सेना से ‘‘अपनी संवैधानिक सीमाओं में लौटने’’ का आग्रह किया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक खान ने ‘एक्स’ पर साझा किए गए पत्र में जेल में दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है, जिसमें उन्हें 20 दिन तक मौत की सजा वाली कोठरी में एकांत कारावास में रखा गया, जहां सूर्य की रोशनी या बिजली की सुविधा भी नहीं थी।
खान एक वर्ष से अधिक समय से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। यह पत्र उनके तीन फरवरी के पहले पत्र के बाद आया है, जिसमें उन्होंने सेना से राष्ट्रीय सुरक्षा और शासन के प्रति अपने दृष्टिकोण की समीक्षा करने का आग्रह किया था।
पहले पत्र के बाद सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि यह पत्र सेना को प्राप्त नहीं हुआ है तथा उन्होंने इस बारे में मीडिया में आई खबरों को खारिज किया था।