आज के दिन दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय एपिलेप्सी दिवस मनाया जाता है। इस बीमारी को हम मिर्गी के नाम से जानते हैं हर साल यह फरवरी के दूसरे सोमवार को मनाया जाता है। इस वर्ष यह 10 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस दिन का उद्देश्य मिर्गी (एपिलेप्सी) के बारे में जागरुकता बढ़ाने और अधिक से अधिक लोगों को बीमारी, इसके लक्षण और निवारक उपायों के बारे में जानकारी देना है। इस कार्यक्रम का प्रबंधन और आयोजन दो संगठनों इंटरनेशनल लीग अगेंस्ट एपिलेप्सी (ILAE) और इंटरनेशनल ब्यूरो फॉर एपिलेप्सी (IBE) द्वारा किया जाता है। इसमें व्यक्तियों व समाज के बड़े वर्गों पर मिर्गी के प्रभाव को लेकर चर्चा की जाती है।
क्या है अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस ?
अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी या (एपिलेप्सी) दिवस एक ऐसा कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य लोगों और समाज को मिर्गी के प्रभाव के बारे में सूचित करना है, क्योंकि यह बड़े पैमाने पर लोगों पर प्रभाव डालता है। यह विभिन्न शैक्षिक और सूचनात्मक कार्यक्रमों जैसे सेमिनार, अभियान, अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पोस्टर, अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस लोगों आदि के माध्यम से किया जाता है।
नर्वस सिस्टम से जुड़ी है मिर्गी
मिर्गी मनुष्य के सेंट्रल नर्वस सिस्टम में होने वाली एक समस्या है जिसमें मस्तिष्क की गतिविधि असामान्य हो जाती है, जिसके कारण दौरे पड़ने लगते हैं। ये दौरे आमतौर पर असामान्य व्यवहार के अलग-अलग चरण होते हैं जिनमें जागरूकता की कमी, बेहोशी और झनझनाहट जैसी समस्या शामिल हो सकती है। मिर्गी जेनेटिक डिसऑर्डर या फिर दिमाग में चोट के कारण होती है और यह मस्तिष्क के असामान्य व्यवहार का कारण बन जाती है।
जानिए अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस का इतिहास
इंटरनेशनल लीग अगेंस्ट एपिलेप्सी (ILAE) और इंटरनेशनल ब्यूरो फॉर एपिलेप्सी (IBE)। ये दोनों संगठन दिन की शुरुआत से ही लोगों को स्थितियों और इसके प्रभावों के बारे में मार्गदर्शन करने के लिए विभिन्न अभियानों और कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। यह दिन हर साल एक अनूठी थीम के साथ मनाया जाता है। यह दुनिया भर के 120 से अधिक देशों में मनाया जाता है।