समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन संसद में अपने तीखे भाषण को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं. बजट सत्र के आठवें दिन बजट पर बोलते हुए उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और वो बीजेपी सांसदों पर खूब भड़कीं। वो फिल्म इंडस्ट्री में दिहाड़ी पर काम करने वाले लोगों के बारे में बात कर रही थीं, तभी सत्ता पक्ष के टोकने पर वो भड़क गईं। जया बच्चन ने बजट में फिल्म इंडस्ट्री को कोई मदद नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार ने फिल्म इंडस्ट्री को पूरी तरह से नजरअंदाज किया है। इस इंडस्ट्री में कई गरीब लोग भी काम करते हैं जो दिहाड़ी पर काम करते हैं, मनोरंजन कर में कोई कमी नहीं होने से इन लोगों के लिए अपना गुजारा करना काफी मुश्किल हो गया है। मैं वित्त मंत्री से अनुरोध करती हूं कि वो इस ओर ध्यान दें और इन्हें बचाने के लिए कुछ करें।
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समाजवादी पार्टी (सपा) की राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से फिल्म उद्योग को बचाने और इसे जीवित रखने में मदद के लिए कुछ प्रस्ताव लाने का आग्रह किया। राज्यसभा में केंद्रीय बजट 2025-26 पर चर्चा के दौरान अभिनेत्री एवं नेता जया बच्चन ने सरकार पर फिल्म उद्योग को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिहाड़ी मजदूरों का जीवित रहना मुश्किल हो गया है और सिंगल-स्क्रीन थिएटर बंद हो रहे हैं, लोग सिनेमा हॉल नहीं जा रहे हैं क्योंकि सब कुछ बहुत महंगा हो गया है। उन्होंने कहा, आपने एक उद्योग को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। पहले की सरकारें भी यही काम करती रहीं। लेकिन आज आप इसे अगले स्तर पर ले गए हैं। आपने फिल्म और मनोरंजन जगत को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया है, क्योंकि आप उनका इस्तेमाल केवल अपने उद्देश्य के लिए करते हैं।
बच्चन ने उच्च सदन में कहा, आप क्या इस इंडस्ट्री को खत्म करना चाहते हैं? इससे बड़ा गलत काम आप नहीं कर सकते… यह एकमात्र इंडस्ट्री है जो पूरे विश्व को भारत से जोड़ता है। उन्होंने देश के दृश्य-श्रव्य उद्योग के लिए कुछ राहत की अपील की और आरोप लगाया कि सिनेमा को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, मैं अपने फिल्म उद्योग की ओर से बोल रही हूं और ऑडियो-विजुअल उद्योग की ओर से इस सदन से अनुरोध कर रही हूं कि कृपया उन्हें बख्श दीजिए। कृपया उन पर कुछ दया कीजिए। आप इस उद्योग को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। कृपया ऐसा न करें .. आज आपने सिनेमा को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
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उन्होंने सीतारमण से इस मुद्दे पर बहुत गंभीरता से विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि यह एक बहुत कठिन उद्योग है। बच्चन ने कहा, मैं वित्त मंत्री से अनुरोध करती हूं कि वह इस पर विचार करें और कृपया इस उद्योग को जीवित रखने में मदद करने के लिए कुछ लाएं। चर्चा में भाग लेते हुए बीआरएस के केआर सुरेश रेड्डी ने 12 लाख रुपये तक की आय वाले व्यक्तिगत करदाताओं के लिए आयकर में राहत के लिए सरकार की सराहना की। भाजपा के अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के मुकाबले स्वास्थ्य सेवा के लिए आज आवंटन लगभग 37,000 करोड़ रुपये से लगभग तीन गुना हो गया है।उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा पहले के 3 लाख रुपये से बढ़ाकर वर्तमान में 5 लाख रुपये करने की सराहना की।