Breaking News

Mahakumbh: फडणवीस ने त्रिवेणी संगम में लगाई आस्था की डुबकी, बोले- योगी सरकार के आयोजन को याद रखेगी दुनिया

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने अपनी पत्नी अमृता और बेटी दिविजा के साथ प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। इसके बाद फडणवीस ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि मैं आज अपने परिवार के साथ महाकुंभ में शामिल हो सका। यहां की अद्भुत व्यवस्थाओं के लिए मैं योगी जी को बधाई देता हूं। महाकुंभ में आने वाला हर व्यक्ति खुश है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या से एक नया रिकॉर्ड बन रहा है। महाकुंभ के प्रबंधन और यहां आने वाले लोगों की संख्या देखकर दुनिया हैरान है। 
 

इसे भी पढ़ें: कब खत्म हो रहा Maha Kumbh 2025? अफवाहों को बीच प्रयागराज के जिलाधिकारी ने दी सही जानकारी

अमृता फडणवीस ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हम उन 50 करोड़ लोगों में शामिल हैं जिन्होंने महाकुंभ के दौरान भक्ति की पवित्र डुबकी लगाई है। मैं योगी जी को धन्यवाद देना चाहती हूं। हम प्रयास कर रहे हैं कि नासिक में अगला कुंभ भी भव्य हो और अच्छी व्यवस्था हो। उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ के दौरान 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगायी है।  
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म सुरक्षित रहेगा तो न केवल भारत सुरक्षित रहेगा बल्कि वैश्विक मानवता सुरक्षित रहेगी। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी ने कहा, ‘‘सनातन धर्म वास्तव में मानव धर्म है। सनातन धर्म ही वैश्विक मानवता का धर्म है। सनातन धर्म सुरक्षित रहेगा तो न केवल भारत सुरक्षित रहेगा बल्कि वैश्विक मानवता सुरक्षित रहेगी।” वह गोरखनाथ मंदिर में श्रृंगेरी शारदा पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य विधुशेखर भारती सन्निधानम के आशीर्वचन के पूर्व उनके अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। 
 

इसे भी पढ़ें: Video | Chhaava रिलीज से पहले Vicky Kaushal महाकुंभ पहुंचे, प्रशंसकों का अभिवादन किया

गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने जगद्गुरु शंकराचार्य को अंगवस्त्र ओढ़ाकर तथा उपहार भेंटकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, ‘‘सनातन धर्म प्रचीन काल से है। समय समय पर इस पर अनेक प्रहार हुए लेकिन भगवान की अवतार परंपरा, संतों, ऋषियों और महामानवों ने इसका संरक्षण किया और सनातन धर्मावलंबियों के सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की।”

Loading

Back
Messenger