पेरिस ओलंपिक में दो ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की महिला निशानेबाज मनु भाकर आज यानी की 18 फरवरी को अपना 23वां जन्मदिन मना रही हैं। उन्होंने बचपन से ही ठान लिया था कि वह खेल की दुनिया में अपना नाम बनाएंगी। मनु भाकर भारत की स्टार शूटर हैं, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में देश को 2 ब्रॉन्ज मेडल जिताए। तो आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर मनु भाकर के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और परिवार
हरियाणा के झज्जर के गोरिया गांव में 18 फरवरी 2002 में मनु भाकर का जन्म हुआ था। मनु भाकर ने यूनिवर्सल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की थी। वहीं उनके पिता मर्चेंट नेवी में इंजीनियर हैं और उनकी मां एक टीचर हैं।
निशानेबाज़ी
बता दें कि मनु भाकर ने बॉक्सिंग से खेल की दुनिया से की थी। उनको बचपन से खेल का बहुत शौक था। इस दौरान उनकी उम्र 6 साल की थी। वहीं बचपन में बॉक्सिंग करते समय मनु भाकर की आंख में चोट लग गई। जिसके बाद उनकी मां ने उनको बॉक्सिंग करने से मना कर दिया। जिसके बाद उन्होंने बॉक्सिंग छोड़ दी और खेल के प्रति उनकी दीवानगी और जुनून के कारण मनु ने खेल से नाता नहीं तोड़ा। इसके बाद वह क्रिकेट, कराटे, कबड्डी और स्केटिंग में अपना खेल दिखाया। फिर मनु भाकर का रुझान लॉन टेनिस और तैराकी की तरफ हुआ।
एक दिन मनु भाकर अपने पिता के साथ शूटिंग रेंज में घूम रही थीं। उसी दौरान मनु के पिता ने उनसे शूटिंग करने के लिए कहा और पहली बार में उन्होंने बेहतरीन शूट किया। यहीं से उनकी शूटिंग में दिलचस्पी बढ़ने लगी। स्कूल के दौरान से वह शूटिंग की ट्रेनिंग लेने लगी थी। इसके बाद नेशनल कोच जसपाल राणा ने मनु भाकर को शूटिंग की ट्रेनिंग दी। वहीं साल 2016 में अपने स्कूल में शूटिंग की शुरूआत की।
मनु भाकर के गांव गोरिया से करीब 25 किमी दूर स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ही केवल शूटिंग रेंज है। यहां पर मनु भाकर को रोजाना 5 घंटे की ट्रेनिंग दी जाती थी। आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि मनु भाकर ने इतने कम समय में इतनी मेहनत की और आज वह नेशनल चैंपियन हैं।
उपलब्धियां
साल 2017 में मनु भाकर ने केरल में नेशनल चैंपियनशिप में 9 स्वर्ण पदक जीतकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। इसी साल एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक नाम किया।
मैक्सिको के गुआदालाजरा में साल 2018 अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट शूटिंग वर्ल्ड कप के 10 मीटर एयर पिस्टल फ़ाइनल में भाकर ने दो बार चैंपियन अलेजांद्रा ज़वाला को हराया। इस जीत से वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय खिलाड़ी बन गईं।
मनु भाकर ने साल 2018 में आईएसएसएफ़ जूनियर विश्व कप में भी डबल स्वर्ण जीता। इसी साल उन्होंने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। मनु ने अपने स्कोर के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेलों में एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित कर किया।
वहीं मई 2019 में भाकर ने म्यूनिख आईएसएसएफ़ विश्व कप में चौथे स्थान पर रहीं और 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वीलिफाई किया।
अगस्त 2020 में भाकर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक वर्चुअल पुरस्कार समारोह में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानिक किया गया।