कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका जीवन गरीबों के लिए करुणा और दुनिया के लिए उम्मीद था।
सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में सिद्धरमैया ने कर्नाटक और दुनिया भर के ईसाई समुदाय के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, शांति और करुणा के प्रतीक पोप फ्रांसिस के निधन से बेहद दुखी हूं। उनका जीवन गरीबों के लिए करुणा और दुनिया के लिए उम्मीद था। मैं कर्नाटक और पूरी दुनिया के ईसाई समुदाय के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।
पोप फ्रांसिस का सोमवार सुबह 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
पोप फ्रांसिस प्रथम लैटिन अमेरिकी पोप थे और जिन्होंने अपने करिश्माई व्यक्तित्व, विनम्र स्वभाव तथा गरीबों के प्रति चिंता के साथ पूरी दुनिया में लोगों पर अमिट छाप छोड़ी।