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जेल में बंद रूसी कार्यकर्ता को मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया

जेल में बंद रूस के एक विपक्षी कार्यकर्ता व्लादिमीर कारा-मुरजा ने एक मानवाधिकार संगठन से मिला पुरस्कार उन हजारों लोगों को समर्पित कर दिया, जिन्हें यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का विरोध करने के लिए हिरासत में लिया गया या गिरफ्तार किया गया है।
मानवाधिकार संगठन ‘यूएन वॉच’ने मुरजा को अपने सर्वोच्च मानवाधिकार पुरस्कार मॉरिस अब्राम अवार्ड से सम्मानित किया है।

यह पुरस्कार जिनेवा स्थित संगठन ‘यूएन वॉच’ के संस्थापक मॉरिस अब्राम की याद में दिया जाता है, जो नागरिक अधिकार अधिवक्ता, राजनयिक और संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि रहे थे।
कारा-मुरजा की पत्नी येवजेनिया ने बृहस्पतिवार रात एक समारोह में पुरस्कार ग्रहण किया और अपने पति की तरफ से भेजा गया संदेश पढ़ा, जिसमें उन वकीलों, कलाकारों, पादरियों, नेताओं, सैन्य अधिकारियों और अन्य की प्रशंसा की गई है, “जिन्होंने अपनी निजी आजादी दांव पर लगाकर भी इस अत्याचार के खिलाफ चुप रहने से इनकार कर दिया है।”

पत्र में कहा गया है, “फरवरी के बाद से, युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर रूस में 19 हजार से अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। मैं उन सभी को यह पुरस्कार समर्पित करना चाहता हूं।”
कारा मुरजा (41) साल 2015 में रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के निकट मारे गए विपक्षी नेता बोरिस नेम्त्सोव के सहायक रह चुके हैं। 2015 और 2017 में उन्हें भी जहर देने की कोशिश की गई थी। इसके लिए उन्होंने रूस सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
हालांकि, रूसी अधिकारियों ने इससे इनकार कर दिया था। रूसी सेना के बारे में गलत जानकारियां फैलाने के आरोप में इस साल अप्रैल में उन्हें जेल में डाल दिया गया था।

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