नयी दिल्ली। दिल्लीवालों की जब सुबह जब आंख खुली होगी तो शायद बिस्तर से उठने का उनका मन न हुआ हो। दिल्ली में 4 जनवरी की सुबह जबरदस्त ठंड रही। पारा 4 डिग्री तक पहुंच गया। हवा में लोगों के हाथ जम से रहे थे। ऐसे में बुजुर्ग और बच्चों के लिए यह काफी परेशानी भरा साबित हुआ। दिल्ली में सुबह इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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ठंड के मौसम का सबसे सर्द दिन
अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि घने कोहरे के कारण दृश्यता 200 मीटर रह गई, जिससे सड़क और रेल परिवहन प्रभावित हुआ है। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया, कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली कम से कम 19 ट्रेन डेढ़ घंटे से साढ़े चार घंटे तक देरी से चल रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उपग्रह के जरिये ली गई तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें भारत में गंगा के मैदानी क्षेत्रों व उससे लगते मध्य तथा पूर्वी भाग में कोहरे की मोटी परत दिख रही है।
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मैदानी इलाकों में कोहरे की मोटी चादर बिछी
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, गंगा के मैदानी क्षेत्रों में कोहरे की मोटी चादर छाई हुई है। इसके अगले दो-तीन दिनों तक रहने की संभावना है और उसके बाद धीरे-धीरे कम होगी। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थित पालम वेधशाला ने बुधवार को सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 200 मीटर दर्ज की। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)के अनुसार, दृश्यता शून्य से 50 मीटर के बीच रहने पर ‘बेहद घना कोहरा’, 51 मीटर से 200 मीटर के बीच ‘घना कोहरा’, 201 मीटर से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम कोहरा’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच रहने पर ‘हल्का कोहरा’ माना जाता है।
दिल्ली में 4 डिग्री गिरा पारा
दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अंक नीचे 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। आईएमडी ने संभावना जताई कि राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को शीत लहर चलेगी और तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। दिल्ली में मंगलवार को लोधी रोड, पालम, जफरपुर और मयूर विहार समेत कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में सामान्य से पांच अंकों की गिरावट के साथ सर्द दिन दर्ज किया गया।
‘भीषण’ शीतलहर
आईएमडी के अनुसार, न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर शीत लहर की घोषणा की जाती है। शीतलहर की घोषणा तब भी की जाती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो। न्यूनतम तापमान के दो डिग्री सेल्सियस रहने या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से कम रहने पर ‘भीषण’ शीतलहर की घोषणा की जाती है। एक ‘शीत दिवस’ तब होता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है।
एक ‘गंभीर ठंडा दिन’ तब होता है, जब अधिकतम तापमानसामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस याउससे अधिक कम होता है। आईएमडी ने उत्तर-पश्चिमी भारत में अगले चार-पांच दिन तक घने से बहुत घना कोहरा और सर्द दिन होने की संभावना जताई है। इसके अनुसार, उत्तर-पश्चिमी भारत मेंअगले दो दिन तक शीत लहर जारी रह सकती है और उसके बाद यह और बढ़ सकती है।