अमेरिका के पिछले 100 सालों के इतिहास में पहली बार स्पीकर के लिए लगातार छह राउंड की वोटिंग की गई, लेकिन फिर भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया। राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का वादा करने वाले और हंटर बाइडेन के चीन लिंक की जांच के आदेश देने वाले केविन मैककार्थी छठे राउंड की वोटिंग के बाद भी पिछड़ते ही दिखे। केविन को चौथे, पांचवे और छठवें चरण के मतदान में भी पर्याप्त संख्याबल नहीं मिला, लेकिन वह हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं। केविन को जीत के लिए 218 वोट चाहिए लेकिन उन्हें 216-214 वोट ही मिल सके। दो दिनों के लंबे संघर्ष और गतिरोध के बाद, रिपब्लिकन ने बुधवार को कहा कि नई कांग्रेस में अपने नए बहुमत का नेतृत्व करने के लिए अध्यक्ष को बैठाने की कठिन प्रक्रिया में प्रगति के कुछ संकेत हैं। 20 रिपब्लिकन नेताओं ने मैक्कार्थी को वोट नहीं दिया जिसके बाद वह स्पीकर पद सुरक्षित नहीं कर पाए।
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1923 के बाद हुआ ऐसा
पिछली बार साल 1923 में नई कांग्रेस की शुरुआत में स्पीकर चुनने के लिए एक से अधिक राउंड की वोटिंग हुई थी। 1885 में एक स्पीकर चयन प्रक्रिया में दो महीनों में 133 राउंड वोटिंग हुई थी। सदी में ऐसा पहली बार हुआ है कि स्पीकर के उम्मीदवार को वोट नहीं मिले हैं। बता दें कि जब तक किसी को बहुमत नहीं मिल जाता तब तक संसद को नया अध्यक्ष नहीं मिल पाता तब तक चुनाव होते रहेंगे।
क्यों फंस रहा है पेंच
मैक्कार्थी के स्पीकर बनने में एक बाधा उनकी पार्टी के कुछ लोगों की यह धारणा थी कि वह पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के नेता डोनाल्ड ट्रम्प के प्रति वफादार नहीं हैं। ट्रम्प 2020 में जो बाइडन से हारने के बाद फिर से राष्ट्रपति पद की रेस में है। बता दें, नैंसी पेलोसी 2021 में 216 वोटों के साथ यूएस हाउस स्पीकर पद के लिए चुनी गई थीं।
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