झारखंड की टीम केरल और पुडुचेरी के बीच ड्रा और सेना के राजस्थान को 183 रन से हराने के बाद शुक्रवार को यहां ग्रुप सी से कर्नाटक के बाद रणजी ट्राफी क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बनी।
कर्नाटक ने पहले ही पिछले दौर के रणजी मैच के बाद अंतिम आठ में अपना स्थान पक्का कर लिया था। पर झारखंड को अपने भाग्य पर फैसले के लिये सातवें और अंतिम दौर के ग्रुप मैचों के अंतिम दिन यानी शुक्रवार तक इंतजार करना पड़ा।
गुरूवार को झारखंड की टीम कर्नाटक से नौ विकेट से हार गयी थी लेकिन उसके भाग्य पर फैसला केरल-पुडुचेरी और सेना-राजस्थान के बीच मैचों के परिणाम पर टिका था।
झारखंड की टीम भाग्यशाली रही कि दोनों मैचों के नतीजे उसके पक्ष में रहे और अब क्वार्टरफाइनल उसका सामना बंगाल से होगा जबकि ग्रुप सी में शीर्ष पर रही कर्नाटक अंतिम आठ में उत्तराखंड के सामने होगी।
राजस्थान को क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने के लिये सेना पर जीत की दरकार थी लेकिन उसे करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
राजस्थान की टीम 319 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 135 रन पर सिमट गयी जिसमें सेना के तेज गेंदबाज पूनम पूनिया और ऑफ स्पिनर पुलकित नारंग ने पांच पांच विकेट झटके।
राजस्थान के सलामी बल्लेबाज यश कोठारी ने 72 रन बनाकर पारी को संभालने का प्रयत्न किया लेकिन उनके पवेलियन लौटते हुए विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और उसे 183 रन से हार का सामना करना पड़ा।
केरल की क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी पहली पारी की बढ़त या पुडुचेरी को हराने पर टिकी थी। लेकिन दोनों ही नहीं हुए जिससे झारखंड की टीम आसानी से क्वार्टरफाइनल में पहुंची।