तुर्किये के विदेश मंत्री मेव्लुट कैवुसोग्लु ने कहा है कि स्वीडन से पहले फिनलैंड की नाटो सदस्यता को उनका देश मंजूरी दे सकता है बशर्ते कि यह सैन्य गठबंधन (नाटो) एवं दोनों नॉर्डिक देश इस पर सहमत हों।
उन्होंने फिनलैंड के आवेदन को स्वीडन के आवेदन की तुलना में ‘कम समस्याकारी’ बताया। तुर्किये स्वीडन पर उन संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए ठोस कदम उठाने में विफल रहने का आरोप लगाता रहा है जिन्हें वह आतंकवादी संगठन मानता है।
हाल ही में वह स्टॉकहोम और कोपेनहेगन में तुर्किये दूतावास के बाहर कुरान जलाये जाने संबंधी प्रदर्शन से बहुत नाराज हुआ था। एक इस्लाम विरोधी कार्यकर्ता ने यह हरकत की थी जिसके पास स्वीडन एवं डेनमार्क की नागरिकता है।
कैवुसोग्लु ने कहा, ‘‘ हम मानते हैं कि यदि नाटो और ये देश ऐसा कोई निर्णय लेते हैं तो हम (फिनलैंड की कोशिश का) अलग से मूल्यांकन कर सकते हैं।’’
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद स्वीडन और फिनलैंड ने अपना सैन्य निर्गुट रूख त्यागते हुए नाटो का सदस्य बनने के लिए संयुक्त रुप से आवेदन दिया था।
किसी भी नये सदस्य को शामिल करने के लिए नाटो में सर्वसम्मति की जरूरत होती है लेकिन तुर्किये स्वीडन और फिनलैंड की दावेदारी की अनुमोदन प्रक्रिया में अपनी संसद में देरी कर रहा है।