यूरोपीय लोकपाल (ओम्बड्समैन) के कार्यालय ने सोमवार को कहा कि ‘‘लॉबिंग’’ विरोधी और सांसदों के आचरण संबंधी नियमों की निगरानी करने वाली यूरोपीय संसद की संस्था को भ्रष्टाचार के मद्देनजर स्वतंत्र जांच के लिए आवश्यक शक्तियां और निधि दी जानी चाहिए।
यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देशों की ओर से संस्था में प्रशासनिक कमियों पर नजर रखने वाली यूरोपीय लोकपाल एमिली ओ रेली ने कहा, ‘‘कड़ी एवं स्वतंत्र निगरानी और मौजूदा नैतिक नियमों का प्रवर्तन महत्वपूर्ण है।’’
ब्रसेल्स में दिसंबर में कई छापे मारे जाने के बाद बेल्जियम के अभियोजकों ने यूरोपीय संघ की संसद में निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए कतर और मोरक्को के अधिकारियों से कथित रूप से धन लेने के मामले में चार लोगों पर भ्रष्टाचार, धनशोधन और एक आपराधिक संगठन का हिस्सा बनने का आरोप लगाया है।
इन लोगों में यूरोपीय संघ के एक सांसद शामिल हैं, जो आरोपों के सामने आने तक सदन के उपाध्यक्ष थे। इनके अलावा, इन लोगों में एक संसदीय सहायक, एक पूर्व सांसद और एक धर्मार्थ समूह का प्रमुख भी शामिल है।
अभियोजक चाहते हैं कि दो अन्य सांसदों को सदन का सदस्य होने के कारण अभियोजन से मिली सुरक्षा समाप्त की जाए, ताकि उन पर भी आरोप लगाया जा सके।
संसद की अध्यक्ष रॉबर्टा मेट्सोला ने इस महीने की शुरुआत में ‘‘लॉबिंग’’ करने वाले सभी लोगों पर नियंत्रण कड़े किए जाने की योजना जारी की थी और सांसदों एवं उनके बीच हो सकने वाली बैठकों को सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध किया था। लेकिन आलोचकों का कहना है कि इस योजना में उन सांसदों के ढीले रवैये को बदलने के लिए आवश्यक दम नहीं है जो आचार संहिता की नियमित रूप से अनदेखी करते हैं।
वर्तमान में, आचार संहिता की निगरानी मेट्सोला के आदेशों के तहत काम करने वाली पांच सदस्यीय सलाहकार समिति कर रही है।
ओ’रेली ने मेट्सोला को लिखे एक पत्र में कहा कि कमियों को दूर करने का अर्थ है- ‘‘समिति की स्वतंत्रता को मजबूत करना तथा इसे नैतिकता के नियमों की निगरानी, जांच एवं अनुपालन सुनिश्चित करने और पर्याप्त संसाधन प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से शक्तियां प्रदान करना।’’
उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के सबसे बड़े भ्रष्टाचार मामले से कमजोर हुए जनता के विश्वास की बहाली में मदद करने के लिए समिति के काम में भी ‘‘अधिक पारदर्शिता’’ की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सांसदों द्वारा बाहरी हितों की अधिक विस्तृत जानकारी दिए जाने की आवश्यकता है।
कतर और मोरक्को ने भ्रष्टाचार घोटाले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है, लेकिन संसद ने जांच पूरी होने तक कतर से संबंधित सभी फाइल पर काम रोक दिया है।