जम्मू कश्मीर में ‘‘अवैध रूप से कब्जा की गई’’ सरकारी भूमि मुक्त कराने के लिए जारी प्रशासन के अतिक्रमण रोधी अभियान के खिलाफ बुधवार को महिलाओं और बच्चों सहित हजारों लोगों ने शहर के बाहरी इलाके सुंजवां-बठिंडी में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकारों ने सार्वजनिक नोटिस जारी कर ‘‘अतिक्रमणकारियों’’ से सात दिन के भीतर अवैध निर्माण हटाने को कहा है। लोगों ने इसी कारण प्रदर्शन किए हैं। प्रदर्शनकारियों ने इलाके में पूर्ण बंद का आह्ववान कर रखा था।
प्रदर्शनकारियों ने मुख्य मार्गों से गुजरते हुए अतिक्रमण-रोधी मुहिम के खिलाफ तिरंगा लहराया और नारेबाजी की तथा इसके बाद बाइपास के पास एक विशाल भूखंड पर शांतिपूर्वक धरना दिया।
उपमंडलीय मजिस्ट्रेट को प्रदर्शनकारियों से हटने का अनुरोध करते हुए और उन्हें यह आश्वासन देते देखा गया कि किसी भी आवासीय परिसर को नष्ट नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन उनकी समस्याओं को सुनने के लिए तैयार है।
नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, अपनी पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) सहित लगभग सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी विरोध में शामिल हुए और इस अभियान को तत्काल रोकने की मांग की।
लोगों ने 30 जनवरी को भी इलाके में प्रदर्शन किया था और अतिक्रमण-रोधी मुहिम को समाप्त न किए जाने की स्थिति में प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दी थी।