इज़राइल के बलों ने कब्जाए गए वेस्ट बैंक में एक शरणार्थी शिविर पर छापेमारी कर हमास से संबंधित पांच फलस्तीनी बंदूकधारियों को सोमवार को गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। इससे क्षेत्र में और तनाव बढ़ने का अंदेशा है।
फलस्तीन के राष्ट्रपति कार्यालय ने हिंसा को अपराध बताते हुए अमेरिका से आग्रह किया है कि वह इज़राइल पर दबाव डालकर उसे घुसपैठ करने से रोके।
सेना ने कहा कि यह छापा एक उग्रवादी प्रकोष्ठ को पकड़ने के लिए मारा गया था जिसे वेस्ट बैंक में यहूदी बस्ती में एक रेस्तरां पर गोलीबारी की थी।
सेना ने कहा कि उग्रवादी गोलीबारी कर मौके से भाग गया था। उसने कहा कि वह हमास समूह का सदस्य है जो गाज़ा पट्टी पर शासन करता है और उसके तत्व वेस्ट बैंक में भी हैं।
सेना के मुताबिक, उसने गोलीबारी के लिए जिम्मेदार उग्रवादी प्रकोष्ठ की तलाश में छापा मारा था जिसने अपने आपको शरणार्थी शिविर में एक घर में बंद कर लिया था।
सेना ने कहा कि तलाशी के दौरान सैनिकों की मुठभेड़ हुई जिसमें रेस्त्रां पर हुए हमले में शामिल कई बंदूकधारी मारे गए।
फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के कार्यालय ने एक बयान में कहा, “ इज़राइल की नई सरकार हमारे फलस्तीनियों के खिलाफ लगातार अपराध कर रही है।”
आरिहा और जॉर्डन घाटी के गवर्नर जिहाद अबू अल अस्सल ने कहा कि इज़राइल की सेना ने बंदूकधारियों के शव अबतक अपने पास रखे हुए हैं। शव मिलने तक फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय मौतों की तत्काल पुष्टि नहीं कर सकता है। उसने कहा कि सिर्फ तीन लोग घायल हुए हैं जिनमें से एक ही हालत नाजुक है।
वहीं हमास ने कहा कि जान गंवाने वाले सभी लोग उसकी सशस्त्र इकाई के सदस्य थे। हमास के प्रवक्ता एच कासिम ने कहा कि हिंसा का जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “ हमारे लोग इस अपराध का जवाब देने में देर नहीं करेंगे।