वामहस्त स्पिनर रविंद्र जडेजा की करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 42 रन पर सात विकेट से ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी महज 113 रन पर सिमट गयी जिससे भारत को चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन रविवार को जीत दर्ज करने के लिए 115 रन का लक्ष्य मिला।
भारत ने लंच के लिए खेल रोके जाने तक एक विकेट पर 14 रन बना लिये। लंच के विश्राम के समय कप्तान रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा क्रमश: 12 और एक रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
खराब लय में चल रहे लोकेश राहुल (एक रन) दुर्भाग्यशाली रहे।
नाथन लियोन की गेंद पर उनकी फ्लिक शॉट लोग के क्षेत्ररक्षक की पैड से टकराकर विकेटकीपर के दस्ताने में चली गयी।
ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत एक विकेट पर 61 रन से आगे से की लेकिन टीम ने महज 52 रन के अंदर नौ विकेट गंवा दिये। जडेजा की आर्म गेंद का ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। इससे भारत को जीत के लिए 115 रन का लक्ष्य मिला। भारतीय टीम के पास इस मैच को जीत कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास रखने का अधिकार पक्का करने का मौका है।
नियमों के मुताबिक श्रृंखला बराबरी पर छूटने के बाद बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी पिछली श्रृंखला जीतने वाली टीम को सौंपी जाती है।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों का यह हश्र जडेजा की शानदार गेंदबाज के साथ खराब शॉट चयन के कारण भी हुआ। ऑस्ट्रेलिया के कम से कम पांच बल्लेबाजों ने खराब स्लॉग स्वीप पर विकेट गंवाया। कुछ बल्लेबाजों ऑफ-मिडिल या लेग-मिडिल लाइन पर फेंकी गई गेंदों पर रिवर्स स्वीप की कोशिश की और गेंद को ज्यादा उछाल नहीं मिलने के कारण वे बोल्ड या पगबाधा हुए।
जडेजा को अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (59 रन पर तीन विकेट) का अच्छा साथ मिला इन दोनों स्पिनरों के सामने टीम के सिर्फ दो बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े में रन बना सके।
शनिवार के नाबाद बल्लेबाज ट्रेविस हेड (43) और मार्नुस लाबुशेन (35) ही कुछ हद तक भारतीय स्पिनरों का सामना कर सके।
लेकिन दिन के सत्र के पहले ओवर में ही ऑफ स्पिनर अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर कोण भरत ने हेड का कैच लपक लिया और इसके बाद मैच का रुख पूरी तरह से बदल गया।
स्मिथ ने अश्विन के खिलाफ स्विप लगाने का पहले से मन बना लिया था लेकिन गेंद नीचे रही और उनके पैड से टकरा गयी। स्मिथ ने मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ डीआरएस (मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ समीक्षा) लिया लेकिन उन्हें इसका फायदा नहीं हुआ।
अब तक शानदार बल्लेबाजी कर रहे लाबुशेन जडेजा की तेज गेंद पर गच्चा खा गये। उन्होंने इस गेंद को बैकफुट पर जा कर खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद बल्ले के नीचे से निकल कर स्टंप पर टकरा गयी।
ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद स्कोर में कोई रन इजाफा किये बिना मैट रेनशॉ (दो), पीटर हैंड्सकॉम्ब (शून्य) और कप्तान पैट कमिंस (शून्य) का भी विकेट गंवा दिया। इससे टीम का स्कोर तीन विकेट पर 95 रन से सात विकेट पर 95 रन हो गया।
डेविड वॉर्नर के चोटिल होने के बाद रेनशॉ ने इस मैच में टीम में शामिल किया गया था लेकिन उनके पास स्पिन को खेलने की तकनीक की कमी दिखी।
एलेक्स कैरी (आठ रन) और लियोन (सात) ने इसके बाद 15 रन की साझेदारी की लेकिन जडेजा ने तीन रन के अंदर इन दोनों के अलावा मैथ्यू कुहनेमैन को बोल्ड कर भारत की जीत का रास्ता खोल दिया।