यूक्रेन युद्ध के एक साल पूरे होने पर जी-7 देशों के नेता रूस के खिलाफ अमेरिका की अध्यक्षता में प्रवर्तन समन्वय तंत्र की स्थापना की घोषणा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और इसके लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के सामूहिक प्रयास पर चर्चा के लिए जी-7 नेताओं के साथ डिजिटल तरीके से बैठक की मेजबानी करेंगे।
‘व्हाइट हाउस’ ने कहा रूस के खिलाफ जी-7 के कदमों के लिए नेता एक प्रवर्तन समन्वय तंत्र की स्थापना का समर्थन करेंगे, जिसकी अध्यक्षता पहले वर्ष में अमेरिका करेगा। जी-7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।
बैठक के दौरान रूस के ऊर्जा, खनन, वित्तीय, रक्षा और औद्योगिक क्षेत्रों के खिलाफ आर्थिक दबाव उपायों को लागू करने की नयी प्रतिबद्धताओं का भी जी-7 नेताओं द्वारा समर्थन किया जाएगा।
‘व्हाइट हाउस’ ने कहा कि यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए रूस भुगतान करे, यह सुनिश्चित करने के लिए जी-7 देश रूस के खिलाफ कदम उठाना जारी रखेंगे।
ये उपाय तब तक किए जाएंगे जब तक कि यूक्रेन की संप्रभुता और अखंडता का उल्लंघन करने वाले संघर्ष का समाधान नहीं हो जाता।
यूक्रेन युद्ध के एक साल होने पर अमेरिका रूस के आय वाले कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की घोषणाएं कर रहा है। ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा, ‘‘इसके परिणामस्वरूप रूस और रूस के बाहर के 200 से अधिक लोगों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे जो रूस के युद्ध का समर्थन कर रहे हैं।’’
अमेरिका रूस के कुछ वित्तीय संस्थानों, उससे जुड़े भागीदारों, रूसी अधिकारियों तथा यूक्रेन में अवैध तरीके से संचालित कई अन्य संस्थाओं के खिलाफ पाबंदी की भी घोषणाएं करेगा।
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