भारत को एक बड़ा ऑफर मिला है और ये किसी और ने नहीं बल्कि अर्मिनिया ने दिया है। अर्मिनिया वही देश है जो अजरबैजान, पाकिस्तान और तुर्की से बचने के लिए भारत से मदद मांग रहा है। एक जमीन के टुकड़े को लेकर अर्मिनिया और अजरबैजान के बीच जंग चल रही है। अजरबैजान अर्मिनिया पर हमला करने के लिए पाकिस्तान और तुर्की से हथियार ले रहा है। इसी के चलते अर्मिनिया ने भारत ने मदद मांगी और भारत ने अर्मिनिया को पिनाका रॉकेट देने का वादा भी कर दिया। भारत का ये फैसला अजरबैजान और पाकिस्तान को पसंद नहीं आया। लेकिन अब अजरबैजान और पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। भारत को खुश करने के लिए अर्मिनिया ने एक बड़ा ऑफर दे दिया।
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यह पेशकश पिछले सप्ताह अर्मेनियाई टीम द्वारा की गई जिसमें वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ शामिल थे। यह ऐसे समय में आया है जब आर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्जोयान भी भारत दौरे पर आ रहे हैं। प्रस्तावित कॉरिडोर-जो अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन कॉरिडोर (INSTC) के समानांतर चलेगा-का उद्देश्य मुंबई को ईरान में बंदर अब्बास और फिर अर्मेनिया से जोड़ना और फिर अजरबैजान को दरकिनार करते हुए यूरोप या रूस से आगे बढ़ना है, जिसके साथ भारत के मधुर संबंध नहीं हैं, लेकिन तुर्की और पाकिस्तान के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।
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अर्मिनिया ने भारत के मुंबई बंदरगाह को ईरान के रास्ते रूस तक ले जाने वाले एक ट्रेड कॉरिडोर का ऑफर दिया है। इस कॉरिडोर के तहत भारत पहले ईरान के बंदर-अब्बास पोर्ट से जुड़ेगा। उसके बाद ये कॉरिडोर अर्मिनिया के रास्ते होते हुए यूरोप और रूस तक पहुंच जाएगा। वैसे रूस और ईरान पहले से ही एक कॉरिडोर बना रहे हैं जिसका नाम इंटरनेशनल नॉर्थ साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर है। ये कॉरिडोर भी रूस को मुंबई से जोड़ेगा। लेकिन ये कॉरिडोर अजरबैजान से होकर गुजरता है। इस कॉरिडोर का अजरबैजान से जाना भारत के लिए अड़चन पैदा कर सकता है। लेकिन अर्मिनिया ने इसका हल निकाल दिया है और कहा है कि हम मुंबई को रूस से जोड़ देंगे और बीच में अजरबैजान भी नहीं पड़ेगा।