आयुर्वेद में स्वास्थ्य के तीन दोष बताए गए हैं। जिनमें पित्त, कफ और वात। वात का अर्थ वायु या गैस से होता है। आयुर्वेद में बताया गया है कि शरीर में होने वाली बीमारियों का यही तीन मुख्य कारण है। बदलती जीवनशैली के कारण लोग अनहेल्दी खाना खाने लगते हैं। जिसके कारण देश की बड़ी आबादी गैस की समस्या से परेशान है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गैस की समस्या न सिर्फ पेट के लिए बल्कि कई दूसरी बीमारियों का भी कारण बन सकता है। गर्मी के मौसम में गैस और कब्ज की ज्यादा समस्या सामने आती है। ऐसे में सही डाइट और गैस-कब्ज से बचने के लिए कुछ उपायों को जान लेना जरूरी होता है। आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में…
जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर्स
सीनियर फिजीशियन डॉ. विशाल कुमार पेट में गैस बनने के प्रॉसेस को समझाते हुए बताते हैं कि पेट में दो तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं। एक गुड बैक्टीरिया होता है और एक बैड बैक्टीरिया होता है। गुड बैक्टीरिया सामान्य स्थिति में सही मात्रा में गैस पार्टिकल बनाते हैं। इस दौरान जो पेट में पहुंचे खाने को पचाने का काम करता है। लेकिन जब कुछ खास तरीके के खाद्य पदार्थ जैसे फूड, ड्रिंक्स आदि गैस की समस्या को पैदा करती हैं। गैस के कारण छोटी आंत फूलने लगती है और पेट दर्द होने लगता है।
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कई हिस्सों को करता है प्रभावित
कई बार पेट में बनने वाली गैस ज्यादा होने पर वह शरीर के दूसरे हिस्सों में पहुंचने लगती है और उन हिस्सों को प्रभावित करने लगती है। जब हम कुछ ऐसा खाते हैं, जो आसानी से नहीं पच पाता है तो उसको पचाने के लिए शरीर ज्यादा गैस बनाने लगती है। वहीं कुछ लोगों का पाचन तंत्र इतना मजबूत होता है कि वह जो कुछ भी खाते हैं वह आसानी से पच जाता है। लेकिन आजकल के दौर में लोगों का पाचन तंत्र इतना ज्यादा मजबूत नहीं होता है। जब कुछ चीजों को पचाने के लिए पाचन तंत्र पर ज्यादा दबाव पड़ता है तो ऐसे में गैस-कब्ज की समस्या होने लगती है। मूली, बैंगन, खीरा, बींस, दूध, प्याज, कटहल, राजमा, अरबी, खट्टे फल, कैफीन और सोडा आदि चीजों के सेवन से गैस बनने लगती है।
अनहेल्दी खानपान से बिगड़ता है संतुलन
पेट में गैस बनना एक नेचुरल प्रक्रिया है। खाने को पचाने के लिए यह जरूरी होता है। हालांकि डॉक्टर्स के अनुसार, एक हेल्दी व्यक्ति दिन में 14 से 20 बार गैस पास करता है। लेकिन हमारे शरीर में दिक्कत तब होने लगती है जब खाए हुए फूड या ड्रिंक्स गैस ज्यादा बनाने लगते हैं। इस कारण व्यक्ति को मितली, दर्द-ऐंठन, अपच और उल्टी आदि की समस्या भी हो सकती है। वहीं कई बार जब हमारे शरीर में काफी देर तक कुछ खाना नहीं जाता है, तब भी गैस बढ़ती जाती है। वहीं अधिक खाने और बार-बार खाने के कारण भी पेट में गैस की समस्या बनने लगती है।
पेट में चली जाती है बाहर की हवा
कई बार अक्सर देखने को मिलता है कि सही खानपान होने के बाद भी गैस की समस्या बनने लगती है। बता दें कि इसका कारण जल्दबाजी में खाने की वजह भी हो सकती है। तेजी से खाने के कारण निवाले के साथ बाहर की हवा भी हमारे पेट में पहुंच जाती है और पेट में ही फंस जाती है। जिसके कारण गैस की समस्या हो जाती है।
इन आदतों को अपनाएं
डाइटीशियन कोमल सिंह के अनुसार, सही खानपान की आदत से गैस की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। जब पेट में ज्यादा गैस बनने लगे तो रोटी खाने के बजाय चावल या खिचड़ी और दूध की जगह दही का सेवन करना शुरूकर दें। मौसमी फल और कम तेल-मसाले में पकी सब्जियां भी इसके लिए फायदेमंद होती हैं। गैस की समस्या होने पर अधिक तेल-मसाले या तले-भुने खाने से दूरी बनाकर चलनी चाहिए।