द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा ने अपने आवास पर हमले के कई दिन बाद शुक्रवार को जिले के दिग्गज नेता और राज्य के मंत्री के. एन. नेहरू के साथ शुक्रवार को आमने-सामने बैठकर सुलह की तथा पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने का फैसला किया।
मुलाकात के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में दोनों नेताओं ने कहा कि वे पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए बीती बातों को भुलाकर भविष्य में कदम उठाएंगे।
तमिलनाडु निगम प्रशासन मंत्री नेहरू ने कहा कि कुछ ‘‘अवांछित’’ घटनाएं हुई।
उन्होंने इस संबंध में शिवा के आवास पर कथित तौर पर उनके कुछ समर्थकों द्वारा हमला किए जाने का जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि उनकी इस प्रकरण में कोई भूमिका नहीं थी।
नेहरू ने कहा, ‘‘शिवा द्रमुक के वरिष्ठ नेता हैं। मैंने उनसे मुलाकात की। हमारी खुलकर बातचीत हुई। ऐसा कुछ फिर कभी नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा कि द्रमुक अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने उनसे मसलों को सुलझाने के लिए शिवा से बात करने को कहा था।
गौरतलब है कि बुधवार को नेहरू के कुछ कथित समर्थकों ने शिवा के घर पर हमला कर दिया था। इसके बाद द्रमुक ने पार्टी के चार कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया था।