अडानी मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर ईडी या सीबीआई जांच हिडेनबर्ग रिपोर्ट को लेकर होती है, तो मोदी जी नीचे जाएंगे, अडानी नहीं। अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसी के लिए कुछ नहीं किया, फिर वह अपने दोस्त के प्रति इतने दयालु क्यों हैं? इतना बड़ा संकट आया, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई… मोदीजी अडानी को बचाने में लगे हैं।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि अडानी सिर्फ सामने है; उनके पीछे निवेशक मोदी हैं। अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने अडानी समूह को $442 मिलियन की पवन ऊर्जा परियोजना देने के लिए श्रीलंका पर दवाब बनाया। मोदीजी ने श्रीलंका को अडानी को पवन परियोजना देने के लिए मजबूर किया। तकनीकी रूप से, परियोजना अडानी को नहीं, बल्कि खुद (पीएम मोदी) को दी गई थी। श्रीलंका की संसद में जब राजपक्षे से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने दबाव में आकर प्रोजेक्ट दिया था।
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उन्होंने आगे दावा किया कि दो साल पहले जब हवाईअड्डों का निजीकरण किया गया था, तो अंतिम समय में नीलामी की कुछ शर्तों को हटा दिया गया था और छह हवाई अड्डों को अडानी समूह को दे दिया गया था। दो साल पहले छह हवाईअड्डों की नीलामी की गई थी। ऐन वक्त पर शर्तों को हटा दिया गया और छह एयरपोर्ट अडानी को दे दिए गए।