रूस यूक्रेन जंग के बीच चीन की जासूसी चर्चा में है। वैसे तो हर देश की अपनी खुफिया एजेंसिया हैं जिनका मकसद गोपनिए जानकारी हासिल कर सरकारों तक पहुंचाना है। इसके अलावा कई ऐसे देश हैं जो स्पाई सैटेलाइट के जरिए दूसरे देशों पर निगरानी रखते हैं। लेकिन चीन का जासूसी गुब्बारा चर्चा का विषय बना रहा। इसको लेकर अलग-अलग दावे किए गए। चीन ने भले ही इसे मौसम की जानकारी लेने वाला आम गुब्बारा बताया हो। लेकिन अमेरिका सर्विलांस की संभावना से इनकार नहीं कर रहा है। लेकिन अब इसको लेकर जो जानकारी सामने आई है उससे अमेरिका की चिंता बढ़ सकती है। एनबीसी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के स्पाई बैलून अमेरिका की खुफिया सैन्य ठिकानों की जानकारी एकट्ठा कर बीजिंग भेजने में कामयाब रहा है।
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एनबीसी न्यूज ने बताया कि बाइडेन प्रशासन द्वारा रोकने के प्रयासों के बावजूद पूरे अमेरिका में उड़ान भरने वाला चीनी गुब्बारा कई अमेरिकी सैन्य स्थलों से खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और वास्तविक समय में बीजिंग वापस भेजने में सक्षम हो गया। एनबीसी ने दो वर्तमान वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि बीजिंग द्वारा नियंत्रित उच्च ऊंचाई वाला गुब्बारा 4 फरवरी को गिराए जाने से पहले कुछ साइटों के ऊपर से कई पास बनाने में सक्षम हो गया। एनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, तीनों अधिकारियों ने कहा कि यह एकत्र की गई जानकारी को वास्तविक समय में वापस बीजिंग भेज सकता है। एनबीसी ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि चीन ने जो खुफिया जानकारी एकत्र की, वह ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल से थी, जिसे हथियार प्रणालियों से उठाया जा सकता है या बेस कर्मियों से संचार शामिल किया जा सकता है।
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चीन के लगातार दूसरे देशों में स्पाई बैलून भेजे जाने की खबर आती रही है। वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार जासूसी बैलून कई वर्षों से चीन के दक्षिण तट से आंशिक रूप से हैनान प्रांत से संचालित होता रहा है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के लिए उभरते रणनीतिक हित के लिए इसने जापान, भारत, वियतनाम, ताइवान और फिलीपींस के क्षेत्रों में सैन्य क्षमताओं के बारे में जानकारी एकत्र की है।